Ambala: किसानों के रेल रोको आंदोलन का आज चौदहवां दिन है। इन 14 दिनों में प्रभावित रेलगाड़ियों की संख्या हर रोज बढ़ती जा रही है। अब तक 2443 रेल आंदोलन से प्रभावित हुई हैं जिसमें मेल एक्सप्रेस व पेसेंजर ट्रेन्स मिलाकर 993 गाड़ियां रद्द की जा चुकी है वहीं 200 से ज्यादा ट्रेन्स को शॉर्ट टर्मिनेट किया है। रेलवे प्रशासन द्वारा 1005 ट्रेन्स के रुट बदले गए हैं और 249 मालगाड़ी भी डायवर्ट की गई हैं। वहीं रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को परेशान हालत में बैठे देखा जा सकता है और ट्रेन के इंतजार में बैठे परेशान यात्री सरकार से अपील कर रहे हैं कि किसानों का आंदोलन खत्म करवाएं ताकि जनता को कोई परेशानी न हो।
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आपको बता दें, किसानों का रेल रोको आंदोलन लागतार चौदहवें दिन भी जारी है। किसानों के रेल रोको आंदोलन के चलते हर रोज प्रभावित ट्रेनों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। हालांकि अब स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ कम होनी शुरू हो गई है क्योंकि यात्रियों को पता चल गया है कि किसानों के आंदोलन के कारण कई ट्रेनें लेट चल रही हैं और कई रेल गाड़ियों को कैंसिल भी किया जा रहा है। अब लोग गाड़ियों के समय को देखकर ही स्टेशन पर पहुंच रहे है हालांकि लंबी दूरी के यात्री अभी भी कई कई घंटे अपनी ट्रेन का इंतजार करते नजर आ रहे है।
अंबाला ( Ambala ) के सीनियर डीसीएम नवीन कुमार का कहना है कि आज भी 2443 रेलगाड़ियां किसानों के रेल रोको आंदोलन के कारण प्रभावित हुई हैं जिसमें मेल एक्सप्रेस व पेसेंजर ट्रेन्स को मिलाकर 993 रेल गाड़ियां रद्द की जा चुकी है वहीं 200 से ज्यादा ट्रेन्स को शॉर्ट ट्रमिनेट किया है। वहीं उन्होंने बताया कि 1005 ट्रेन्स के रुट बदले गए है। जब उनसे पूछा गया कि यात्रियों का आरोप है कि रेलवे द्वारा सही जानकारी नहीं दी जा रही तो उन्होंने कहा कि यात्रियों को एसएमएस के ज़रिए सभी जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि स्टेशन पर भी लगातार अनाउंसमेंट की जा रही है इसके साथ ही मीडिया के माध्यम से भी हर रोज जानकारी दी जा रही है। बड़े स्टेशन पर हेल्प डेस्क भी बनाया गया है ताकि कोई पेसेंजर आता है तो उसको जानकारी दी जा सके।
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गर्मियों के इस मौसम मे लोग छुट्टियां लेकर अपने परिवार के साथ घूमने जाते हैं तो वहीं कुछ लोग ग्रुप में इकठ्ठा होकर घूमने जाते है और सभी की पहली पसंद ट्रेन ही होती है लेकिन ट्रेन के लगातार देरी से आने पर आगे का सारा प्रोग्राम ख़राब हो जा रहा है। ऐसे ही कुछ पंजाब से लोग पटना साहिब जाने के लिए लुधियाना से अंबाला तक प्राइवेट वाहन में पहुंचे और यहां आकर ट्रेन की इंतजार में बैठे है कि कब ट्रेन आए और कब अपनी मंजिल की ओर जाएं। वहीं परेशान यात्री सरकार से अपील कर रहे है कि किसानों से बात करके उनके इस आंदोलन को खत्म करवाएं ताकि आम जनता को राहत मिल सके।