(प्रदीप कुमार )-भारत और कनाडा के बीच जारी कूटनीतिक तनाव के बीच भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने दो-टूक कहा है कि भारत की तुलना में कनाडा के बहुत ही ज्यादा डिप्लोमैट नई दिल्ली में हैं।इसे कम करने की जरूरत है।अरिंदम बागची ने कहा कि भारत का प्राथमिक ध्यान दो चीजों पर है, पहला कनाडा में ऐसा माहौल होना, जहां भारतीय राजनयिक ठीक से काम कर सकें और दूसरा कूटनीतिक ताकत के मामले में समानता हासिल कर सकें। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब दो दिन पहले ही एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारत ने कनाडा को 10 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम देते हुए अपने 41 डिप्लोमैट को वापस बुलाने के लिए कहा है।रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने कड़े लहजे में कहा है कि तय समय के बाद भी ये राजनयिक अगर भारत में रहते हैं तो इनकी सभी छूट समाप्त कर दी जाएगी।
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इससे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 18 सितंबर को कनाडा की संसद में बोलते हुए भारत पर आरोप लगाया था कि जून 2023 में हुई खालिस्तान चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की एजेंसियों का हाथ है। ट्रूडो के इस संगीन आरोप के बाद से ही दोनों देशों के बीच कूटनीतिक तनाव जारी है।प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने नई दिल्ली में अफगानिस्तान के दूतावास द्वारा एक अक्तूबर से परिचालन बंद करने पर भी प्रतिक्रिया दी।इस मुद्दे पर अरिंदम बागची ने कहा कि हमारी समझ यह है कि नई दिल्ली में दूतावास काम कर रहा है या काम करना जारी रखेगा। हम वहां मौजूद अफगान राजनयिकों और मुंबई और हैदराबाद में वाणिज्य दूतावासों में मौजूद अफगान राजदूत के संपर्क में हैं।