(दीपा पाल )- Artificial intelligence- भगवत गीता में भी लिखा है जो इस दुनिया में आया है वो जायेगा जरूर। मगर कौन कब जाएगा ,इस बात का जबाव किसी का पास नही होता.बड़े -बुजर्गों का कहना है कि दुनिया में आना और जाना ईश्वर के हाथ में होता है. मगर अब ऐसा लगता है कि बदलती टेक्नोलॉजी दुनिया के साथ ये संभव होने वाला हैं । लेकिन अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जिस कदर धीरे -धीरे अपने पैर पसार रही हैं उसे देखकर तो यही लगता हैं कि आने वाले समय में ज्यादा मुश्किल या फिर असंभव नही होगा ।
आपको बता दे कि बाल ही में डेनमार्क की एक कम्पनी ने डेथ प्रेडिक्टर बनाया हैं । इस डेथ प्रेडिक्टर सिस्टम को AI के द्वारा बनाया गया हैं और जो किसी की भी व्यकि की मौत का समय बड़ी ही आसानी से बता सकता हैं । इस AI डेथ प्रेडिक्टर को AI LIFE2VEC का नाम दिया गया हैं ।बता दे कि डेथ प्रेडिक्टर शिक्षा ,हेल्थ , बिजनेस और इमकम इन तमाम चीजों की जानकारी लेता हैं फिर उसी के हिसाब से व्यक्ति की मौत की अवधि की भविष्यवाणी करता है।
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अब आपके मन में ये सवाल उठ रहा होगा कि क्या इसकी भविष्यवाणी सटीक होती है। तो बता दें कि जी हां! ये जिस आधार पर प्रेडिक्शन करता है, अगर वे जानकारियां एकदम सटीक होंगी तो इसका प्रेडिक्शन भी एकदम सटीक ही होगा। इसे बनाने वाले लोगों का भी कहना है कि जब इसे प्रयोग किया गया तो इसने एकदम सटीकता से डेटा का विश्लेषण किया।
न्यूयॉर्क टाइम्स से बात करते हुए इस स्टडी के प्रमुख लेखक सुन लेहमन ने कहा कि उन्होंने हर एक इंसान के जीवन में घटित होने वाली कुछ घटनाओं के सीक्वेंस को तैयार किया। इसके बाद ही सीक्वेंस का विश्लेषण करने के लिए चैटजीपीटी जैसी टोक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि इंसान का जीवन भी कहीं ना कहीं भाषा की तरह ही होता है।