Ashwamedha Yagya: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अश्वमेध यज्ञ को लेकर कहा कि जब उन्हें गायत्री परिवार की तरफ से यज्ञ का निमंत्रण मिला तो वे दुविधा में थे। उन्होंने कहा कि अगर वे वर्चुअली इस कार्यक्रम में शामिल होते तो उन्हें परेशानी होती क्योंकि लोग इसे चुनाव से जोड़ने लगते।पीएम मोदी ने कहा कि जब उन्होंने देखा कि अश्वमेध यज्ञ आचार्य श्रीराम शर्मा के विचारों को आगे बढ़ा रहा है तो उनकी दुविधा दूर हो गई।अखिल विश्व गायत्री परिवार (एडब्ल्यूजीपी) ने समाज में नशाखोरी के खिलाफ जागरुकता और शांति पैदा करने के लिए अश्वमेध महायज्ञ का आयोजन किया है। ये यज्ञ 25 फरवरी तक मुंबई में चलेगा।
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नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री: जब मुझे गायत्री परिवार की तरफ से इस अश्वमेध यज्ञ में शामिल होने का निमंत्रण मिला था तो समय अभाव के साथ ही मेरे सामने एक दुविधा भी थी, वीडियो के माध्यम से भी इस कार्यक्रम से जुड़ने पर एक समस्या ये थी कि सामान्य मान भी अश्वमेध यज्ञ को सत्ता के विस्तार से जोड़ कर देखता है। आजकल चुनाव के इन दिनों में स्वाभाविक है कि अश्वमेध यज्ञ के कुछ और भी मतलब निकाले जाते, लेकिन फिर मैंने देखा कि ये अश्वमेध यज्ञ आचार्य श्रीराम शर्मा की भावनाओं को आगे बढ़ा रहा है।अश्वमेध यज्ञ के एक नए अर्थ को प्रतिस्थापित कर रहा है। तो मेरी सारी दुविधा दूर हो गई।
(SOURCE PTI)