केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि ट्रस्ट और फ्लेक्सिबिलिटी दो प्रमुख फैक्टर हैं, जिससे मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर विकास की अगली लहर आएगी।वो यहां विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक 2024 में ‘मैन्युफैक्चरिंग के मूनशॉट्स’ विषय पर एक सत्र में बोल रहे थे।उन्होंने ये भी कहा कि सरकार और प्राइवेट सेक्टर को टैलेंट फ्रंट पर आपसी सहयोग करने और सही स्किल सेट तैयार करने के तरीको पर विचार करने की आवश्यकता होगी।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यदि आप देखें कि भारत ने अपनी विदेश नीति, अपनी आर्थिक नीति कैसे चलाई है। पूरी दुनिया का भारत पर बहुत बड़ा भरोसा पैदा हुआ है। वो विश्वास ही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है जो पूरी दुनिया को जोड़ती है। और यही चीज़ हमारे साथ हो रही है।
Read also – केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने CRCS के नए भवन का किया उद्घाटन
उदाहरण के लिए, हमने सेमीकंडक्टर पर अमेरिका, यूरोप और जापान के साथ सहयोग के लिए समझौता किया है। हम दक्षिण कोरियाई सरकार और दक्षिण कोरियाई कंपनियों के साथ काम कर रहे हैं। ये ऐसा है जैसे व्यावहारिक रूप से हर संभव कंपनी किसी न किसी तरह से भारत के साथ सहयोग करना चाहती है।
“ये पूरा सेक्टर कई तरह से विकसित होगा। मुझे नहीं लगता कि कोई देख सकता है कि अब से दस साल बाद क्या होने वाला है। ये इतना कठिन, इतना गतिशील और इतना अनिश्चित है कि कोई भी ये दावा नहीं कर सकता कि ठीक है, अब से दस सालों में ये सेक्टर ऐसा ही होगा। पांच साल पहले, किसी ने नहीं सोचा था कि 28 नैनोमीटर या 40 नैनोमीटर अब वायबल होगा, है ना? लेकिन जिस तरह से इलेक्ट्रिक व्हीकल इंडस्ट्री विकसित हुआ है और जिस तरह से टेलिकॉम की पहुंच हर जगह हो गई है। ये आज मार्केट की बहुत महत्वपूर्ण हिस्सेदारी बन गए हैं। तो चीजें बदल जाएंगी, हम इसके साथ विकसित होते रहेंगे।