(आकाश शर्मा)- GYANVYAPI ASI SURVEY-हाईकोर्ट के आदेश पर ज्ञानवापी के एएसआई सर्वे की प्रक्रिया जारी है। बुधवार को एएसआई की टीम ज्ञानवापी पहुंची। ज्ञानवापी के गुंबद व तहखाने की जांच जारी रहेगी। आज जीपीआर तकनीकी से जांच हो सकती है। एक्सपर्ट इसके लिए परिसर में स्थान चिह्नित कर GPR लगाएंगे। जिससे ज्ञानवापी की जमीन के नीचे की सच्चाई का पता चलेगा। जीपीआर मशीन धरती के 50 फीट नीचे तक की जानकारी दे सकती है।
ASI की टीम बारीकी के साथ ज्ञानवापी के स्ट्रक्चर की जांच कर रही है। छोटी से छोटी वस्तुओं व कलाकृतियों का अध्ययन किया जा रहा है। ताकि कोई पहलु छूटने न पाए। सर्वे में वैज्ञानिक व आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल किया जा रहा है। ज्ञानवापी में 3D इमेज से पश्चिमी दीवार का अतीत खंगाला जा रहा है। इमारत के नीचे मौजूद शिखर जैसी आकृति की हो जांच हो रही है। व्यास जी के कमरे से मालवा निकालने का काम चल रहा है व्यास जी के कमरे से मिले पत्थर की आकृति की जांच हो रही है। आज कानपुर आईआईटी की टीम भी पहुंचेगी वाराणसी कानपुर आईआईटी जीपीआर तकनीकी से मशीनें लगाकर जांच होगी।
कोर्ट ने परिसर में खुदाई न करने का आदेश दिया है। ऐसे में ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (GPR) व कार्बन डेटिंग तकनीकी का इस्तेमाल किया जाएगा। गुंबदों के नीचे व परिसर में अन्य स्थानों पर जीपीआर लगाया जा सकता है। इससे पता चल जाएगा कि ज्ञानवापी की जमीन के नीचे क्या है।
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सर्वे के दौरान हिंदू व मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता व वादकारी मौजूद रहेंगे। सर्वे को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। श्री काशी विश्वनाथ कारिडोर व ज्ञानवापी के इलाके में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। सुरक्षा व्यवस्था काफी चाक-चौबंद है। विश्वनाथ धाम के गेट की सुरक्षा कमांडो के हवाले है। वहीं पुलिस के आला अधिकारी भी लगातार भ्रमण कर हालात का जायजा ले रहे हैं। सोशल मीडिया की भी निगरानी की जा रही है।