NADA: हाल ही में राष्ट्रीय अंतर-राज्यीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान एनाबॉलिक स्टेरॉयड के लिए सकारात्मक परीक्षण के बाद दीपांशी को राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) द्वारा निलंबित कर दिया गया है।नाडा ने भारत की 400 मीटर की टॉप महिला रनर दीपांशी को हाल ही में राष्ट्रीय अंतर-राज्यीय चैंपियनशिप के दौरान डोप टेस्ट में फेल होने पर निलंबित कर दिया है। इस चैंपियनशिप में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था।21 साल की दीपांशी ने शुक्रवार को पंचकूला में महिलाओं की 400 मीटर फाइनल में किरण पहल (50.92) के बाद दूसरे स्थान पर रहते हुए 52.01 सेकंड का व्यक्तिगत बेस्ट समय निकाला था।
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डोप टेस्ट में हुआ फेल- प्रतियोगिता के दौरान 27 जून को (हीट रेस या सेमीफाइनल के बाद) जो यूरिन सैंपल लिया गया था, इसमें एनाबॉलिक स्टेरॉयड मिला है। राष्ट्रीय अंतर-राज्यीय चैंपियनशिप के दौरान आयोजित डोप टेस्ट में फेल हो गई है और उसे अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।”ये राष्ट्रीय अंतर-राज्यीय चैंपियनशिप (27 से 30 जून) का पहला डोप पॉजिटिव मामला है, जो पेरिस ओलंपिक के लिए अंतिम क्वालीफाइंग इवेंट था।
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नाडा ने किया निलंबित – दीपांशी नेशनल कैंप में ट्रेनिंग नहीं लेती हैं।एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) की पॉलिसी (राष्ट्रीय रिले टीम के लिए) केवल कैंपर्स को चुनने की रही है, क्योंकि नेशनल बॉडी उन पर कड़ी निगरानी रख सकती है।दीपांशी के मामले ने फेडरेशन की नीति को सही ठहराया है, क्योंकि डोप में फेल होने से पहले वो देश की तीसरी सबसे तेज महिला क्वार्टर-मिलर थीं।राष्ट्रीय अंतर-राज्यीय प्रतियोगिता में, उन्होंने हीट में 53.87 और फिर सेमीफाइनल में 52.12 का समय लिया और फिर फाइनल में अपना समय 52.01 तक सुधारा।
