Bengal Violence: सीपीआई (एम) नेता बृंदा करात ने मंगलवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की ममता सरकार संदेशखाली में बड़ी संख्या में महिलाओं की आवाज दबा रही है जिसे बर्दाशत नहीं किया जाएगा। संदेशखाली में बड़ी संख्या में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जबरदस्ती जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।संदेशखली जाते वक्त करात ने कहा कि इतने लंबे समय से संदेशखली में सीरियल यौन उत्पीड़न चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि गरीब महिलाओं से जमीनें छीनी जा रही हैं।संदेशखाली में अशांति के लिए ममता बनर्जी के बीजेपी-आरएसएस को जिम्मेदार ठहराए जाने पर बृंदा करात ने कहा कि ये साजिश कैसे हो सकती है? उन्होंने कहा कि अगर महिलाएं शिकायत कर रही हैं और बयान दे रही हैं, तो इसे साजिश कैसे कहा जा सकता है। बृंदा करात ने कहा कि राज्य सरकार ने इस मुद्दे की जांच तक नहीं की और न ही किसी महिला से बात नहीं की।
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बृंदा करात, नेता, सीपीआई (एम):सीरियल यौन उत्पीड़न इतने लंबे समय से चल रहा है। ये वे गरीब महिलाएं हैं जिनके पास जमीनें हैं और उन्हें छीना जा रहा है। उन सभी रिपोर्टों को पढ़कर, स्वाभाविक रूप से अंतरात्मा वाला कोई भी व्यक्ति इन महिलाओं से मिलने के लिए आना चाहेगा। हमारा संगठन इन मुद्दों को उठा रहा है।ये साजिश कैसे हो सकती है? अगर महिलाएं शिकायत कर रही हैं और अगर औरतें बयान दे रही हैं, तो पहले से हम कैसे कह सकते हैं कि कंस्पिरेसी है? आपने कोई जांच नहीं की, आपने किसी औरत से बातचीत नहीं की, और घर बैठे आप अपने लोगों को बचाने के लिए कहेंगे कि ये कंस्पिरेसी है, तो उल्टा ये भी कहा जाएगा कि आप कंस्पिरेसी कर रहे हैं, महिलाओं की आवाज को दबाने के लिए, तो ये तो कभी बर्दाशत नहीं किया जा सकता है।”
(SOURCE PTI)