कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा पांच दिन के विश्राम के बाद शनिवार को दोबारा से शुरू हो गई। शनिवार को न्याय यात्रा 49वें दिन राजस्थान के धौलपुर से शुरू हुई और मध्य प्रदेश में प्रवेश कर गई। मध्य प्रदेश के मुरैना और ग्वालियर में यात्रा को अपार जनसमर्थन देखने को मिला। बारिश के बावजूद जनसमूह उत्साहित रहा। राहुल गांधी ने आर्थिक अन्याय और सामाजिक अन्याय के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया।
इस दौरान अपने संबोधन में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा-आरएसएस नफरत, हिंसा और डर फैला रहे हैं, इसलिए कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी। भाजपा लोगों को बांट रही है। दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी सभी को एकजुट कर रही है। यह विचारधारा की लड़ाई है। देश में फैल रही नफरत का कारण अन्याय है। देश में अलग-अलग तरीके के अन्याय हो रहे हैं। इसलिए भारत जोड़ो न्याय यात्रा में न्याय शब्द जोड़ा गया है।
आर्थिक अन्याय का मुद्दा उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आज हिंदुस्तान के 22 लोगों के पास उतना ही धन है, जितना धन हिंदुस्तान की 50 प्रतिशत आबादी के हाथ में है। देश के 50 प्रतिशत गरीब लोगों के पास सिर्फ तीन प्रतिशत धन है। वहीं देश के पांच प्रतिशत सबसे अमीर लोगों के पास देश का 60 प्रतिशत धन है। यह आर्थिक अन्याय है। आज 40 साल में सबसे अधिक बेरोजगारी है। हिंदुस्तान में पाकिस्तान और बांग्लादेश से बहुत ज़्यादा बेरोजगारी है। यह इसलिए हुआ, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी और जीएसटी लागू की। लोगों को रोजगार देने वाले छोटे व्यवसाय बंद हो गए। हर सेक्टर में सिर्फ तीन-चार लोगों का एकाधिकार है। अडानी को देश की सारी संपत्ति दी जा रही है। तीन-चार लोगों को पूरा धन पकड़ा दिया गया। इससे रोजगार देने वाले छोटे व्यवसाय बंद हो गए। हिंदुस्तान की सड़कों पर बेरोजगार युवा भटक रहे हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्योगपतियों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया, जबकि किसानों का एक रुपया भी माफ नहीं किया। आज किसान फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य मांग रहे हैं। मगर भाजपा कहती है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलेगा। जैसे ही केंद्र में कांग्रेस की सरकार आएगी किसानों को फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी दी जाएगी।
सामाजिक अन्याय का मुद्दा उठाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि इस देश में 50 प्रतिशत ओबीसी, 15 प्रतिशत दलित और आठ प्रतिशत आदिवासी हैं। यह कुल 73 प्रतिशत की आबादी है। मगर इन वर्गों की कहीं भी भागीदारी नहीं है। मोदी सरकार द्वारा पूरा का पूरा फायदा चंद उद्योगपतियों को पहुंचाया जा रहा है। सामाजिक न्याय का क्रांतिकारी कदम जातिगत जनगणना है। जिस दिन जातिगत जनगणना हो जाएगी, उस दिन 73 प्रतिशत आबादी को भागीदारी मिलनी शुरू हो जाएगी। इससे पता चलेगा कि किसकी कितनी आबादी है, किसके पास कितना धन है और संस्थानों में किस वर्ग की कितनी भागीदारी है।
अग्निपथ योजना का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि अग्निवीर को शहीद का दर्जा नहीं मिलेगा, पेंशन नहीं मिलेगी। चार में से तीन अग्निवीरों को निकाल दिया जाएगा। रक्षा बजट का पैसा जवानों को ना मिले, उनकी पेंशन में न जाए, उनके प्रशिक्षण में न जाए, इसलिए मोदी सरकार द्वारा अग्निपथ योजना लाई गई। मोदी सरकार ने ऑर्डिनेंस फैक्ट्री, एचएएल को किनारे कर दिया। अडानी अब हथियार, बारूद, ड्रोन, हवाई जहाज बनाएंगे। अब रक्षा बजट अडानी के खातों में जाएगा।