Bharat: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरे आज सबसे अहम दिन पर रहा। इस दौरान पुतिन और पीएम नरेंद्र मोदी ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बड़ी घोषणाएं की।दोनों नेताओं ने भारत-रूस संबंधों के भविष्य को लेकर कई अहम बातें कहीं है।वही विदेश सचिव विक्रम मिस्री की ओर से भी दोनों देशों के संबंधों को लेकर अहम जानकारी दी गई है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को आज सबसे पहले राष्ट्रपति भवन में भव्य समारोह में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी ने पुतिन का गरमजोशी से स्वागत किया। Bharat
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इसके बाद राष्ट्रपति पुतिन राजघाट गए जहां पुतिन ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। वही हैदराबाद हाउस में 23 वां भारत रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन हुआ,पीएम मोदी और पुतिन के बीच महत्वपूर्ण विपक्षीय वार्ता हुई। पुतिन से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने यूक्रेन युद्ध समाप्त होने को लेकर बड़ा बयान दिया और कहा कि जल्द ही विश्व चिंता मुक्त होगा। वही पीएम मोदी ने कहा कि भारत तटस्थ नहीं है भारत का अपना पक्ष है और वह शांति की तरफ है। भारत शांति के लिए हर प्रयास को समर्थन देगा। Bharat
द्विपक्षीय वार्ता में दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण समझौते हुए है। द्विपक्षीय शिखर वार्ता के बाद जारी किए गए साझा बयान में, पीएम मोदी और पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर आपसी सहयोग को और मजबूत करने का संकल्प दोहराया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और रूस के बीच स्थिर और ऐतिहासिक संबंधों पर ज़ोर देते हुए कहा कि दोनों देशों की दोस्ती, “ध्रुव तारे की तरह स्थिर और अडिग है।” पीएम ने कहा कि यह संबंध समय की कसौटी पर हमेशा खरे उतरे हैं और क्षेत्रीय तथा वैश्विक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हैं। Bharat
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राष्ट्रपति पुतिन का आश्वासन: राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने दोनों देशों के बीच ऊर्जा साझेदारी को लेकर एक बड़ा आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि रूस भारत को बिना किसी तरह की रोक-टोक के तेल की सप्लाई करना जारी रखेगा। यह बयान ऐसे समय में आया है जब वैश्विक ऊर्जा बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है, और यह भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। Bharat
ऊर्जा और व्यापार पर फोकस- साझा बयान में इस बात पर भी सहमति बनी कि दोनों देश व्यापार, निवेश और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग को और बढ़ाएंगे। पुतिन ने कहा कि वे भारत के साथ रक्षा और तकनीकी सहयोग को और मज़बूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पीएम मोदी ने ‘मेक इन इंडिया’ पहल में रूस की भागीदारी की सराहना की और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार के लक्ष्य को जल्द हासिल करने की बात कही। वहीं भारत और रूस के बीच साझा घोषणा पत्र में पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए आतंक के किसी भी रूप की निंदा की गई है। साझा घोषणा पत्र में परस्पर रिश्तो को मजबूत करने को लेकर बड़ी घोषणाए की गई है।इसकी जानकारी देते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने अहम जानकारी दी है।Bharat
विक्रम मिस्री, विदेश सचिव- विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी दी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति के साथ वार्ता के दौरान रूस की सेना में भारतीयों की मौजूदगी का मुद्दा भी उठाया है बहरहाल राष्ट्रपति पुतिन का यह दौरा भारत-रूस की विशेष रणनीतिक साझेदारी को एक नई गति देता है। ध्रुव तारे की तरह स्थिर बताई गई यह दोस्ती आने वाले समय में वैश्विक राजनीति और आर्थिक समीकरणों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। Bharat
