( अवैस उस्मानी )- महिला पहलवानों से कथित यौन शोषण का मामले में आरोपी कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोप तय करने पर आज राउज़ एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई। बृजभूषण के वकील ने कहा कॉस्मेटिक तरीके से शिकायत दर्ज कराई गई। बृजभूषण के वकील ने कहा कि पूरे केस की फाउंडेशन किसी शिकायत पर आधारित नहीं है, कोर्ट को आरोपों का भी आधार देखना होगा, आरोप सिर्फ मौखिक रूप से लगाए गए थे।
बृजभूषण के वकील ने कहा कि ओवर साइट कमेटी की रिपोर्ट दिल्ली पुलिस के कमिश्नर को केंद्र सरकार ने भेजी थी, ओवर साइट कमेटी की रिपोर्ट चार्जशीट का हिस्सा है। बृजभूषण के वकील ने कहा पहले कोई आरोप नहीं लगाया, खेल मंत्री से मुलाक़ात की गई उसके बाद ओवर साइट कमेटी बनी।
राउज़ एवेन्यू कोर्ट में स्पेशल जज हरजीत सिंह जसपाल की अदालत में सुनवाई के दौरान बृजभूषण के वकील ने कहा कि केंद्र सरकार के निर्देश पर ओवर साइट कमेटी बनाई गई थी। बृजभूषण के वकील ने कहा कि शिकायतकर्ताओं की तरफ़ से कहा गया कि ओवर साइट कमेटी ने क्लीन चिट नहीं दिया था। बृजभूषण के वकील ने कहा कि ओवर साइट कमेटी ने कोई आरोप भी नहीं लगाया था।कोर्ट ने कहा कि ओवर साइट कमेटी की कोई फाइंडिंग नहीं थी। बृजभूषण के वकील ने कहा कि पूरे केस की फाउंडेशन किसी शिकायत पर आधारित नहीं है, कोर्ट को आरोपों का भी आधार देखना होगा, आरोप सिर्फ मौखिक रूप से लगाए गए थे। बृजभूषण के वकील ने कहा कि MYAS और साई में कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई थी, शिकायतकर्ता के एक ट्वीट के आधार पर ओवर साइट कमेटी बनाई गई थी
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बृजभूषण के वकील ने कहा कि शिकायतकर्ताओं की तरफ से आरोप लगाया गया कि वीडियो रिकॉर्डिंग बार बार बंद की जा रही थी, ओवर साइट कमेटी के पास 6 शिकायतकर्ताओं में से सिर्फ 2 शिकायतकर्ताओं की तरफ से हलफनामा दाखिल किया गया।। बृजभूषण के वकील ने कहा कि अगर सांस के लिए नब्ज़ चेक की जा रही है और उसके पीछे किसी तरह की कोई गलत मंशा नहीं है तो वह यौन शोषण के आरोप में नहीं आएगा। शरीर के एक खास हिस्से के बारे में कोर्ट को बताया गया ताकि कोर्ट यह मान ले कि यौन शोषण किया गया। बृजभूषण के वकील ने कहा कि शरीर के खास हिस्से को छू कर सांस की जांच करने को यौन शोषण सिद्ध करना शिकायतकर्ता का काम है।
बृजभूषण के वकील ने सुनवाई के दौरान कहा कि बृजभूषण ने पहलवानों को कोई नोटिस जारी कर अपने ऑफिस में नहीं बुलाया, वह अपने से मेरे ऑफिस में आए थे। बृजभूषण के वकील ने कहा कि बृजभूषण WFI के अध्यक्ष थे, खिलाड़ियों का ध्यान खेल के बजाए ट्वीट और प्रदर्शन करने पर था। बृजभूषण के वकील ने कहा कि अगर मैने ट्वीट करने और उनकी गतिविधियों को लेकर डांटा तो जाहिर से बात है मेरे ऊपर इस तरह के आरोप लगे हैं। बृजभूषण के वकील ने कहा कि जब पहलवान कुश्ती के लिए नहीं जा रही है तो मैं क्यों उसकी सांस की जांच करूंगा, अगर मुझको मोलिस्टरेशन करना है तो मैं सांस चेक करके ऐसा क्यों करूंगा, सांस की जांच के लिए कोई तो उचित से या परिस्तिथि होना चहिए। बृजभूषण के वकील ने कहा कि ओवर साइट कमेटी के सामने जो हलफनामा दखिल किया है उसमें सांस की जांच की बात नहीं कि गई है, जो बयान दर्ज किया गया है वहां पर सांस की जांच की बात कही गई है।