अंबाला(कृष्ण बाली): पिछले 4 वर्षों के दौरान अंबाला में कैंसर के 4 हजार मरीज पाए जा चुके है। कैंसर के मरीजों को इलाज के लिए चंडीगढ़ या रोहतक पीजीआई जाना पड़ता है लेकिन जल्द ही अंबाला कैंट में बन रहा टर्सरी कैंसर सेंटर शुरू हो जाएगा, जिससे खासकर उत्तर हरियाणा को काफी फायदा होगा। इस सेंटर में कैंसर मरीजों के लिए कैंसर फिजीशियन रेडियोथेरेपिस्ट व कैंसर सर्जन उपलब्ध होंगे।
अंबाला में 2018 से अब तक नॉन कम्युनिकेबल डिसीज प्रोग्राम के तहत जिले के 30 वर्ष से ऊपर 5 लाख के करीब लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इस सर्वे में बड़े ही चौकानें वाले आंकड़े सामने आए हैं। जिले में 27 फीसदी लोगों को बीपी वहीं, 15 प्रतिशत लोगों को शुगर की प्रॉब्लम है।
4 हजार मरीज कैंसर के भी पाए गए इनमें से मुंह का कैंसर ब्रेस्ट व सर्विकल कैंसर के मामलें ज्यादा हैं। अभी तक अंबाला में पहली व दूसरी स्टेज में डिटेक्शन की सुविधा उपलब्ध है तीसरी व चौथी स्टेज में कीमोथेरेपी व रेडियोथेरेपी के लिए बाहर जाना पड़ता है। लेकिन अब जल्द ही कैंसर का पूरा इलाज अंबाला कैंट में बन रहे टर्सरी केयर सेंटर में मिलेगा। डॉ. नीनू गांधी ने बताया कि अंबाला में 4 हजार कैंसर के मरीज स्क्रीनिंग में पाए गए है जिनका इलाज चल रहा है। कैंसर मरीजों को अब चंडीगढ़ पीजीआई नही जाना पड़ेगा, क्योंकि पूरा इलाज जल्द ही अंबाला कैंट कैंसर सेंटर में मिलेगा। टर्सरी कैंसर सेंटर से उत्तर हरियाणा के कैंसर मरीजों को काफा फायदा मिलेगा।