Himachal cloudburst: हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बादल फटने से आई बाढ़ के बाद लापता 45 से ज्यादा लोगों का पता लगाने के लिए शुक्रवार को रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।अधिकारियों के मुताबिक, तीन और शव बरामद होने के साथ ही हिमाचल प्रदेश के कुल्लू के निरमंड, सैंज और मलाणा, मंडी के पधर और शिमला के रामपुर जिलों में अचानक आई बाढ़ की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है।
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मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के साथ हालात का जायजा लेने और पीड़ितों से बातचीत करने के लिए शिमला और कुल्लू जिलों की सीमा पर समेज का दौरा किया।मुख्यमंत्री ने पीड़ितों के लिए डिजास्टर रिलीफ पैकेज का ऐलान किया।
कमल भंडारी, हिमाचल होम गार्ड कमांडर – कल तो 29 लोगों को निकाला गया है। आज जो चार लोग क्रिटिकल कंडीशन में थे, टनल के अंदर थे, वो जो फंसे थे, वे ऐसी सिचुएशन में थे, बीच में दरिया थी, उनके आने-जाने का कोई रास्ता नहीं था, तो उनको निकालने के लिए आज हिमाचल होम गार्ड की टीम, एनडीआरएफ की टीम कल से यहां डिप्लॉयड थी और उसके अलावा यहां पर अभिमास की टीम भी आई थी, इसके अलावा जो भी टीमें यहां पर मौजूद थी, सबने मिलकर इस रेस्क्यू ऑपरेशन को अमली जामा पहनाया।”
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मुख्यमंत्री ने किया ये वादा – मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा”अभी तो हमें जो उम्मीद बची है कि जान बचाई जा सके, उस दृष्टि से हमारी सरकार काम कर रही है। अभी फौरी राहत के तौर पर गांव में रहने वाले जो भी परिवार बेघर हो गए है, पांच हजार रुपये महीने का किराया, आने वाले समय में, तीन महीने तक सरकार देगी। तीन महीने तक उनका रहना, खाना-पीना सब सरकार के द्वारा दिया जाएगा। 50 हजार रुपये दिया जाएगा, जब तक कि आपदा राहत पैकेज की घोषणा नहीं होती है, तब तक उनको 24 घंटे के भीतर उपलब्ध करवा दिया जाएगा।”
