CM Yogi Adityanath: डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में 8 वर्ष के लंबे अंतराल के बाद शनिवार 13 जुलाई को दीक्षांत समारोह में छात्र- छात्राओं को उपाधि और मेड़ल दिए गए।एलएलएम, पीएच.डी,बीए,एलएलबी पास आउट छात्रों को -छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की गईं ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और चीफ जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ शनिवार को लखनऊ में राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के तीसरे दीक्षांत समारोह में शामिल हुए ।सीएम योगी और सीजेआई चंद्रचूड़ ने ग्रेजुएट होने वाले लॉ स्टूडेंट्स को सम्मानित किया और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
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चीफ जस्टिस ने दीक्षांत समारोह में शिरकत – आपको बता दें कि चीफ जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ इस कार्यक्रम में शिरकरत की । चीफ जस्टिस ने कहा चाहे आप खुद को मानवाधिकारों की वकालत करते हुए, सार्वजनिक नीति को बनाते हुए, आपराधिक मुकदमे से किसी आरोपी का बचाव करते हुए या अपने यूनिवर्सिटी में लॉ के असिस्टेंट प्रोफेसर बनकर अगली पीढ़ी को शिक्षित करेंगे। आप वो बारिश बनें, जो विकास लाए, वो धारा बनें, जो निष्पक्षता तय करती है और वो पहाड़ बनें,
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चीफ जस्टिस ने पेश की नजीर- जो कमजोर और गूंगे लोगों के पीछे मजबूती से खड़ा हो। सबसे बढ़कर याद रखें कि जब आप खुद पर ध्यान केंद्रित करेंगे, तभी आने वाले कल को अपने आप को समर्पित कर सकेंगे। आप खुद को दूसरों और समाज की भलाई के लिए समर्पित करना सीखें। आपको आरएमएल एनएलयू यूनिवर्सिटी में भाग्य से दाखिला नहीं मिला है, ये आपको तब पता चलेगा जब आप अपने अस्तित्व पर पूरी क्षमता के साथ भरोसा करेंगे।”
सीएम योगी ने कही ये बात- हम सब जानते हैं कि सुशासन की पहली शर्त है विधि का शासन, न्यायसंगत व्यवस्था हर व्यक्ति को प्रिय है और न्याय समय पर हो, समयबद्ध तरीके से हो। इसके लिए उस फील्ड के विशेषज्ञ उतने ही महत्वपूर्ण होते हैं। विधि के शासन के लिए ही आज भारत जाना जा रहा है।”
