Dadi-Nani Ki Baatein: आपने अपने बड़ो से ये कहावत तो जरूर सुनी होगी. ‘बाप बड़ा ना भाईया सबसे बड़ा रूपैया’ पैसा हर किसी के लिए बहुत ही मायने रखता हैं क्योकि ये हमारी हर जरूरतों और ख्वाहिशों को पूरा करता है. हर कोई पैसे कमाने के लिए दिन -रात एक कर देता है. कमाने के बाद हम कई तरह से उसका इस्तेमाल करते है और धीरे -धीरे धन खर्च भी हो जाता है. पैसों का लेन-देन बना रहता है.Dadi-Nani Ki Baatein
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आपको बता दें कि घर के बड़े-बुजुर्ग या दादी-नानी अक्सर कहती हैं कि संध्याकाल में ना ही पैसे लेने चाहिए और ना ही किसी को देना चाहिए. हमें ये बातें थोड़ी अटपटी या फिर मिथक लगती है लेकिन शास्त्रों में इसका कारण और इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया है. अगर आप दादी-नानी की बताई बातों को फॉलो करेंगे तो सुखी रहेंगे और भविष्य में होनी वाली अशुभ घटना से बच जाएंगे. आइए जानते हैं आखिर क्यों दादी-नानी क्यों संध्याकाल में पैसों के लेन-देने जैसे काम करने से मना करती हैं.
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इस समय नहीं करना चाहिए धन का लेन-देन- शाम के समय ना ही किसी को पैसे उधार देने चाहिए और ना ही किसी से कर्ज लेना चाहिए. ऐसा करने से धन संबंधित समस्या होती है. संध्याकाल के साथ ही ब्रह्म मुहूर्त को भी पैसों के लेन-देन के लिए अच्छा नहीं माना जाता है. क्योकि शाम के समय मां लक्ष्मी विचरण करती हैं. इस वजह से शाम के समय धन का लेन-देन करने पर पैसा कभी टिकता नहीं हैं.
किस समय कर सकते हैं पैसों का लेन-देन- सुबह से लेकर सूर्यास्त से पहले तक का समय पैसों के लेन-देन के लिए अच्छा माना जाता है. इस समय आप धन संबंधित अपने सारे काम निपटा सकते हैं