Dangerous Weather: असम के काजीरंगा नेशनल पार्क में मंगलवार 2 जुलाई को भारी बारिश के बाद बाढ़ आई। इस बाढ़ में चार हिरण डूब गए, जबकि 24 जानवरों को बचा लिया गया।
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बता दें, वन विभाग के अधिकारियों ने बचाए गए जानवरों सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया दिया है। अधिकारी ने कहा कि पूर्वी असम वन्यजीव प्रभाग के कुल 233 शिविरों में से 167 अब तक बाढ़ के पानी में डूब चुके हैं। वन विभाग के कर्मचारी सुरक्षा कर्मियों समेत वनस्पतियों और जीवों की सुरक्षा के लिए गश्त करने के लिए नेशनल पार्क के अंदर शिविरों में रहते हैं। अब तक अलग-अलग डिवीजन में वन कर्मियों ने कुल आठ शिविरों को खाली कराया है।
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इस बीच, गोलाघाट जिला प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत प्रोहेबटरी ऑर्डर जारी किए है। इसमें नेशनल पार्क से गुजरने वाले एनएच-37 (नए एनएच-715) पर गाड़ियों की स्पीड लिमिट 20 से 40 किमी/घंटा के बीच कर दी गई है। दुरंग और सोनितपुर जिलों में ब्रह्मपुत्र के उत्तरी तट पर बने ओरंग नेशनल पार्क में भी बाढ़ ने जानवरों को विस्थापित कर दिया है। पार्क का लगभग 70 फीसदी इलाका पानी में डूब गया है। पार्क के 50 वन्यजीव संरक्षण शिविरों में से लगभग 30 तीन से पंद्रह फीट पानी में डूबे हुए हैं। इससे वन्यजीव खतरे में आ गया हैं। जानवरों को सुरक्षा के लिए ऊंचे उंची जगहों पर भेजा गया है।
