चीन के साथ जारी सीमा विवाद जारी है। इसी बीच आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के साथ भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच गतिरोध पर लोकसभा में एक बयान देने वाले हैं।
इस मुद्दे पर बहस के लिए विपक्ष की ओर से की गई मांगों की पृष्ठभूमि में यह कथन महत्वपूर्ण है।
हाल में रूस की राजधानी मॉस्को में एससीओ की बैठक के अलावा वहां पर यह मुद्दा उठाया गया था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके चीनी समकक्ष के बीच तकरीबन 2 घंटे बैठक चली थी और उस बैठक में तय हुआ था कि दोनों देश आपसी बातचीत से सीमा विवाद का मुद्दा सुलझाएंगे। वहीं उसी बैठक में इस बात पर फैसला नहीं हो सका था कि दोनों देशों की सेनाएं कब पीछे हटेंगी।
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास दोनों देशों के सैनिकों के बीच लंबे समय से तनाव बना हुआ है और दोनों ओर से सैन्य व कूटनीतिक स्तर पर स्थिति को सामान्य करने की कोशिश की जा रही है। खास बात यह है कि 1975 के बाद सीमा पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच इस तरह से पहली बार फायरिंग हुई है। सरकारी सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच गोलीबारी की घटना पूर्वी लद्दाख सेक्टर में LAC के सटे हुई. हालांकि सूत्रों ने दावा किया कि स्थिति नियंत्रण में है।
संसद में आज रक्षा मंत्री के बयान के अलावा लोकसभा में, संसदीय सदस्यों के वेतन, भत्ते और पेंशन (संशोधन) विधेयक, 2020, आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक, 2020 और बैंकिंग विनियमन (संशोधन) विधेयक, 2020 दिन के दौरान विचार और पारित करने के लिए लिस्टेड हैं।
वहीं, राज्यसभा में दिवाला और दिवालियापन संहिता (दूसरा संशोधन) विधेयक, 2020 पेश होने की संभावना है।
Top Hindi News, Latest News Updates, Delhi Updates, Haryana News, click on Delhi Facebook, Delhi twitter and Also Haryana Facebook, Haryana Twitter.
