दिल्ली- यमुना नदी का जल स्तर खतरे का निशान पार कर चुका है और अब दिल्ली की स्थिति बेहाल होती जा रही है। यमुना का पानी अब दिल्ली के प्रमुख मार्गों पर आने लगा है। देश की राजधानी में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए दिल्ली एलजी ने DDMA की आज आपात बैठक बुलाई । इस बैठक में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए और लोगों की राहत व बचाव कार्य के लिए कई अहम फैसले लिए गए हैं।
DDMA की बैठक में लिए गए ये अहम फैसले
दिल्ली यमुना में जलस्तर बढ़ने के बाद पैदा हुए हालातों पर आज DDMA की बैठक हुई। DDMA की इस आपात बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं। इन फैसलों में दिल्ली में सभी स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी को रविवार तक के लिए बंद किया जा रहा है। सभी नॉन इशेंसियल सरकारी दफतरों को वर्क फ्रॉम होम किया जा रहा है। प्राइवेट ऑफ़िस को भी वर्क फ्रॉम होम लागू करने की एडवाइज़री जारी की जा रही है। वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने से पानी की सप्लाई 25 प्रतिशत तक प्रभावित होगी। इसलिए पानी की राशनिंग की जाएगी। दिल्ली में ज़रूरी सेवाओं वाले बड़े वाहनों को ही आने की इजाज़त दी जाएगी। आईएसबीटी आने वाली बसें सिंघू बॉर्डर पर रुकेंगी और डीटीसी बसें लोगों को ले जाएंगी। इन फैसलों के साथ कहा गया है कि सभी दिल्लीवासी धैर्य रखें, जल्द ही यमुना के पानी का स्तर कम होगा और स्थिति सामान्य होगी।
इसके दूसरी ओर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने वजीराबाद ट्रीटमेंट प्लांट का जायजा लिया सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में यमुना का जल स्तर बढ़ने के साथ ही दिल्ली के वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद कर दिए गए हैं। दिल्ली वज़ीराबाद वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का जायजा लेने गए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से घर से बाहर ना निकलने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली के तीन वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने से लोगों को पीने के पानी की दिक्कत हो सकती है। उन्होंने लोगों से हर स्थिति में सरकार का सहयोग करने की भी अपील की है।