Election Commission Notice to Atishi Marlena:दिल्ली की मंत्री आतिशी ने शुक्रवार को कारण बताओ नोटिस दिए जाने के बाद कहा कि क्या इलेक्शन कमीशन बीजेपी का “सहयोगी संगठन” है।चुनाव आयोग ने शुक्रवार को दिल्ली की मंत्री और एएपी नेता आतिशी को कारण बताओ नोटिस जारी किया। उन्होंने उनके बीजेपी पर दिए गए बयान पर जवाब मांगा है।बता दें कि कुछ दिन पहले आतिशी ने अपने बयान में कहा था कि उन्हें बीजेपी में शामिल होने का ऑफर आया था।चुनाव आयोग के जारी नोटिस में कहा गया है, “वे दिल्ली सरकार में मंत्री हैं और एक राष्ट्रीय पार्टी की नेता हैं। मतदाता सार्वजनिक मंच से अपने नेताओं की कही गई बातों पर विश्वास करते हैं।एएपी नेता आतिशी को सोमवार दोपहर 12 बजे तक जवाब देने को कहा गया है।
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आतिशी ने EC के लिए कही ये बात…
आज इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने मेरी एक कॉन्फ्रेंस पर मुझे नोटिस भेजा। ये भारतीय जनता पार्टी की चार अप्रैल की एक शिकायत पर आधारित है। तो चार अप्रैल को भारतीय जनता पार्टी शिकायत करती है। पांच अप्रैल को 11 बजकर 15 मिनट पर सभी न्यूज चैनल पर फ्लेश होता है कि इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी को नोटिस भेजा। हर चैनल पर ये न्यूज चलने के बाद 11 बजकर 15 मिनट पर ये न्यूज टीवी पर चलती है और उसके आधा घंटा बाद 11 बजकर 45 मिनट पर मुझे एक्चुअली नोटिस मिलता है। नोटिस मुझे ईमेल किया जाता है। इसका मतलब इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया के नोटिस की खबर पहले भारतीय जनता पार्टी मीडिया में प्लांट करती है, उसके बाद इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया नोटिस देती है।
AAP नेता ने BJP पर लगाया गंभीर आरोप….
आज मैं इस देश की इलेक्शन कमीशन से पूछना चाहती हूं क्या आप भारतीय जनता पार्टी का एक अनुषांगिक संगठन बन गए हैं। हमने बार-बार इलेक्शन कमीशन को भारतीय जनता पार्टी के मॉडल ऑफ कोड कंडेक्ट के वाइलेंस पर उनके आपत्तिजनक पोस्टर पर उनके इलीगल होर्डिंग पर चिट्ठियां भेजी। लेकिन न 29 मार्च को, न फर्स्ट अप्रैल को और न आज इलेक्शन कमीशन ने भारतीय जनता पार्टी को कोई नोटिस नहीं भेजा। तो आज ये देश के लिए चिंता का विषय है कि इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया जिसकी जिम्मेदारी है नॉन पार्टीजन होना जिसकी जिम्मेदारी समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराएं। आज उस इलेक्शन कमीशन की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहा है। अगर आज राजीव कुमार, ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव नहीं कराएंगे और समान अवसर नहीं देंगे तो देश आपको 100 साल तक गलत कारणों से याद रखेगा।”