(प्रदीप कुमार): उपराष्ट्रपति एवं राज्य सभा सभापति जगदीप धनखड़ और लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज आदिवासी जननेता भगवान बिरसा मुंडा की जयंती जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर संसद भवन परिसर में उनकी मूर्ती पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर कई केन्द्रीय मंत्रियों, संसद सदस्यों और पूर्व सांसदों ने भी भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित की। संसद भवन में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान आदिवासी कलाकारों ने भी भगवान बिरसा मुंडा को याद करते हुए विशेष आदिवासी नृत्य के साथ श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने याद किया कि ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ जागृति लाने में भगवान बिरसा मुंडा की अहम भूमिका रही। स्पीकर बिरला ने आगे कहा कि आदिवासियों के अधिकारों व स्वाभिमान की रक्षा के लिए भगवन बिरसा मुंडा ने आजीवन संघर्ष किया और मातृभूमि की अस्मिता और स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया। श्रद्धांजलि देते हुए ओम बिरला ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के विचार सदैव देश के लिए प्रेरणास्रोत रहेंगे।
Read also: घग्गर बेसिन में बाढ़ की समस्या पर सुप्रीम कोर्ट की पंजाब और हरियाणा सरकार को फटकार
ओम बिरला ने भगवान बिरसा मुंडा की पुण्य स्मृति में मनाए जाने वाले जनजातीय गौरव दिवस की आदिवासी समाज को बधाई देते हुए कहा कि यह गौरवशाली दिन हमें आदिवासी समाज को प्रोत्साहित करने की प्रेरणा देता है। ओम बिरला ने आह्वान करते हुए कहा कि आज के दिन हम आदिवासी संस्कृति और परम्पराओं को सहेजने का संकल्प दोहराएं और जल-जंगल-जमीन के संरक्षण-संवर्धन के लिए स्वयं को समर्पित करें।
इस अवसर पर संसदीय कार्य, कोयला, खान मंत्री प्रह्लाद जोशी और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार समेत लोक सभा और राज्य सभा के कई सांसद भी उपस्थित रहे।