(करणवीर कश्यप): गाजियाबाद में छठ पूजा को लेकर दीपावली के बाद से ही तमाम तैयारियां शुरू कर दी जाती हैं उसी कड़ी में प्रशासन और छठ मनाने वाले लोग संयुक्त रूप से घाटों की साफ-सफाई भी करते हैं गाजियाबाद में सैकड़ों घाटों पर छठ का महा पर्व मनाया जाता है। इस बार 68 घाट पर नगर निगम द्वारा तैयारी की जा रही है l गाजियाबाद में छठ से जुड़ी हुई यह जो तस्वीरें अपने आप में हमें हिंडन नदी के घाट पर नगर निगम की टीम लगातार सफाई अभियान कर रही है और छठ घाटों को तैयार कर रही है तो वहीं के कानूनी में स्थानीय लोग ही खुद श्रमदान कर छठ घाटों को सफाई व्यवस्था में जुटे हुए हैं गाजियाबाद में सैकड़ों छठ घाटों पर छठ पूजा का आयोजन किया जाता है।
जिसमें जगह जगह रंग-बिरंगे छठ घाटों को सजाया जाता है आपको बता दें कि दीपावली के अगले दिन की सुबह ही लोगों ने अपने-अपने क्षेत्र घाट को साफ सफाई करना शुरू कर दिया है। इसी के साथ लोगों ने अपने-अपने घाटों पर अपनी छठ घाट प्रतिमा के ऊपर साफ-सफाई का काम शुरू कर दिया है। ज्यादा भीड़ हो जाने की वजह से लोगों ने अपने-अपने पूजा करने वाले जगहों को पर साफ सफाई के साथ छठ घाट को तैयार करने का काम किया जा रहा है तो ही गाजियाबाद नगर निगम के द्वारा गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के द्वारा और अन्य जनों के द्वारा भी छठ घाटों की साफ-सफाई व मरम्मत का काम लगातार चल रहा है। गाजियाबाद प्रशासन भी छठ घाटों की सफाई में जुट गया है यह त्यौहार पूर्वांचल के लोगों का महापर्व के रूप में मनाया जाता है। इस पूजा को देश-विदेश में भी भारतीय खूब धूमधाम से मनाते हैं अपनी अपनी मनोकामनाओं के साथ इस पूजा को लोगों की आस्था के प्रति जोड़ने का काम करते है l
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छठ पूजा करने के कुछ नियम है छठ पूजा 4 दिन का होता है जिसमें पहले दिन नहा खाय के रूप में किया जाता है। दूसरा दिन खीर पूरी रोटी खरना के रूप में मनाया जाता है। तीसरा दिन ढलते हुए सूरज की आज देकर किया जाता है चौथे दिन उगते हुए सूरज की पूजा के साथ छठ पूजा की समाप्ति होती है यह छठ पूजा बहुत परिश्रम से किया जाता है जिसमें से 2 दिन श्रद्धालु किसी भी प्रकार का सेवन नहीं करती है अपनी-अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए लोग डुबकी लगाते हैं इसी के साथ छठ पूजा का समापन होता है।