Delhi News: दो ओलंपिक पदक जीतने वाली निशानेबाज मनु भाकर और शतरंज विश्व चैम्पियन डी. गुकेश ने चमक बिखेरी लेकिन शुक्रवार 17 जनवरी को जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक समारोह में राष्ट्रीय खेल पुरस्का दिए तो सबसे ज्यादा तालियां पैरा एथलीटों को मिलीं।
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मनु और गुकेश के साथ भारतीय पुरूष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरालंपिक के ऊंची कूद मुकाबले में स्वर्ण पदक विजेता प्रवीण कुमार को भी देश का सर्वोच्च खेल सम्मान दिया गया। 22 साल की भाकर एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली स्वतंत्र भारत की पहली खिलाड़ी बनीं। उन्होंने पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत और मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
हरमनप्रीत टोक्यो और पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली हॉकी टीम के सदस्य थे। पेरिस ओलंपिक में वे टीम के कप्तान भी थे। दूसरी ओर बायें पैर में विकार के साथ पैदा हुए प्रवीण ने तोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीता और पेरिस में उसे स्वर्ण में बदला। अठारह बरस के गुकेश सबसे युवा विश्व चैम्पियन बने जिन्होंने पिछले महीने चीन के डिंग लिरेन को हराया। वे विश्वनाथन आनंद के बाद विश्व चैंपियनशिप खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय हैं। उन्होंने पिछले साल सितंबर में शतरंज ओलंपियाड में भारत की खिताबी जीत में भी अहम रोल निभाया।
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इस बार 32 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार दिये गए जिनमें से 17 पैरा एथलीट हैं। अर्जुन पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ियों में पेरिस ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पहलवान अमन सेहरावत, निशानेबाज स्वप्निल कुसाले, सरबजोत सिंह और पुरूष हॉकी टीम के सदस्य जरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, संजय और अभिषेक शामिल हैं। इस बार पैरा एथलीटों की संख्या पुरस्कार जीतने वालों में ज्यादा रही। इन पैरा एथलीटों ने पेरिस पैरालंपिक में सात स्वर्ण और नौ रजत समेत 29 पदक जीते। राष्ट्रपति मुर्मू कई बार परंपरा से हटकर व्हीलचेयर पर निर्भर प्रणव सूरमा जैसे कुछ खिलाड़ियों के लिए खुद आगे चलकर आईं । अर्जुन पुरस्कार पाने वाले सूरमा ने पैरालंपिक के क्लब थ्रो मुकाबले में रजत पदक जीता।
