Amit Shah- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को ‘हिंदी दिवस’ के मौके पर कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में मौजूद विभिन्न भाषाओं की विविधता के बीच एकता का नाम हिंदी है। अमित शाह ने कहा कि हिंदी जनतांत्रिक भाषा रही है, जिसने अलग-अलग भारतीय भाषाओं और मूल्यों के साथ-साथ कई वैश्विक भाषाओं को भी सम्मान देने का काम किया है।
उन्होंने कई भाषाओं और बोलियों में बटे देश में एकता की भावना कायम करने के लिए हिंदी भाषा की भूमिका के बारे में भी बात की। अमित शाह ने कहा कि पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक स्वतंत्रता की लड़ाई को आगे बढ़ाने में संवाद भाषा के रूप में हिंदी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हर साल 14 सितंबर को ‘हिंदी दिवस’ मनाया जाता है। भारत विविध भाषाओं का देश रहा है।
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हिंदी दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में भाषाओं की विविधता को एकजुट करती है। शाह ने कहा, “हिंदी एक लोकतांत्रिक भाषा रही है। इसने विभिन्न भारतीय भाषाओं और बोलियों के साथ-साथ कई वैश्विक भाषाओं का सम्मान किया है और उनकी शब्दावली, वाक्यों और व्याकरण नियमों को अपनाया है। उन्होंने कहा कि देश में ‘स्वराज’ और ‘स्वभाषा’ की प्राप्ति के लिए आंदोलन एक साथ चल रहे हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में और आजादी के बाद हिंदी की महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखते हुए संविधान निर्माताओं ने 14 सितंबर 1949 को इसे आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया, उन्होंने कहा कि किसी देश की मौलिक और रचनात्मक अभिव्यक्ति उसके माध्यम से ही संभव है। सभी भारतीय भाषाएं और बोलियां देश की सांस्कृतिक विरासत हैं, जिन्हें आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय भाषाओं को राष्ट्रीय और वैश्विक मंचों पर उचित मान्यता और सम्मान मिला है।