आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने प्रेस वार्ता करते हुए जोशीमठ के मौजूदा हालातों के बारे में जानकारी साझा की, अब तक जोशीमठ के सभी 9 वार्डों के 849 भवनों पर दरारें देखने को मिली हैं जबकि 9 में से 4 वार्डों को रहने के लिए पूरी तरह से असुरक्षित बताया गया है। जिसमे 165 आवासों को रहने के लिए असुरक्षित पाया गया है, जेपी कॉलोनी के 15 भवनों को भी पूरी तरह से असुरक्षित बताया गया है। उन्होंने ये भी कहा की प्रभावित जगहों की जांच संस्थाएं कर रही हैं। हम जल्द ही फाइनल रिपोर्ट लेकर आएंगे। बारिश होने की स्थिति में भी हमने तैयारी कर ली है। Joshimath latest news
प्री फैब्रिकेटेड भवनों का निर्माण कार्य भी जल्द ही शुरू किया जाना वाला है, जिन्हे जोशीमठ के टीसीपी तिराह पर बनाया जाएगा, प्रशासन का आश्वासन है कि इन भवनों को 1 सप्ताह के भीतर तैयार कर दिया जाएगा। विस्थापन के लिए पीपलकोटी में जमीन भी चिन्हित की गई है जिसमे लगभग 130 परिवारों के घरों का निर्माण किया जाएगा। अब तक 207 परिवारों को 3 करोड़ 10 लाख रुपए की अग्रिम सहायता राशि वितरित की जा चुकी है।
Read also: बारूद की महक से नहीं बस्तर की कॉफी से महकेगा बस्तर, सीसीडी और स्टारबक्स की तर्ज पर होगी बस्तर कॉफी की ब्रांडिंग
बता दें की इस पहलेराष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) और उत्तराखंड सरकार ने इसरो समेत एक दर्जन से अधिक सरकारी संगठनों, संस्थानों तथा उनके विशेषज्ञों से जोशीमठ की स्थिति पर कोई अनधिकृत टिप्पणी या बयान नहीं देने को कहा था। जिसपर आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि इस परामर्श का मकसद मीडिया को जानकारी देने से इंकार करना नहीं, बल्कि भ्रम से बचना है।