पश्चिम बंगाल में कोलकाता का हर दुर्गा पूजा पंडाल शहर की समृद्ध संस्कृति और विरासत का अनूठा ताना-बाना है। इसी फेहरिस्त में शामिल है ‘आठो घाट कथा’ यानी घाटों की अनकही कहानियों और हुगली नदी के किनारे की जिंदगी को दर्शाता है। Durga Puja
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इस खास पंडाल को उत्तरी कोलकाता में हाटीबागान सर्बोजनिन दुर्गा पूजा समिति ने बनाया है। ये पंडाल बेहतरीन कलाकृतियों के जरिए हुगली नदी के किनारे के घाटों की जिंदगी की झलक पेश करते हैं। इन घाटों को आम तौर पर गंगा घाट के तौर पर जाना जाता है। Durga Puja
पंडाल का मुख्य आकर्षण फ्रांसीसी कलाकार थॉमस हेनरीट द्वारा बनाया गया एक विशाल भित्तिचित्र है, जिसमें शहर के घाटों को दर्शाया गया है, जो कभी कोलकाता के सामाजिक जीवन का केन्द्र थे। इस पंडाल को एक बड़े जीवंत कैनवास के रूप में तैयार किया गया है। उम्मीद है कि दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान यहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचेंगे। दुर्गा पूजा उत्सव 28 सितंबर से शुरू होकर दो अक्टूबर को विजयदशमी के साथ खत्म होगा। Durga Puja