Election News: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार 29 जनवरी को चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि हरियाणा सरकार यमुना में जहर मिला रही है। जवाब में केजरीवाल ने कहा कि हाल के दिनों में बीजेपी शासित राज्य से मिल रहा पानी मानव स्वास्थ्य के लिए “अत्यधिक दूषित और अत्यंत जहरीला” रहा है।
Read Also: IMD:केरल में बढ़ते तापमान के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने जारी की ये एडवाइजरी
बता दें, चुनाव आयोग को दिए गए 14 पन्नों के जवाब में, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर इस तरह के “जहरीले पानी” को लोगों को पीने दिया गया तो इससे गंभीर स्वास्थ्य खतरा और मृत्यु हो सकती है। केजरीवाल ने कहा कि वो केवल शहर में पीने के पानी की गुणवत्ता के कारण “तत्काल सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट” को उजागर करना चाहते थे, और उन्होंने किसी कानून या आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया। इसलिए इस मुद्दे को बंद कर दिया जाना चाहिए।
Read Also: Mahakumbh: भगदड़ के बाद वाराणसी में अलर्ट, एहतियातन सुरक्षा सख्त
इस मामले में बीजेपी की ओर से दर्ज की गई शिकायत के बाद, चुनाव आयोग ने मंगलवार 28 जनवरी को केजरीवाल को नोटिस जारी किया, जिसमें उन्हें अपना जवाब देने के लिए बुधवार रात आठ बजे तक का समय दिया गया था। केजरीवाल ने ये भी कहा कि हरियाणा से मिल रहे पानी में अमोनिया का स्तर इतना ज्यादा है कि दिल्ली में जल उपचार संयंत्र इसे संसाधित करने और मानव उपभोग के लिए सुरक्षित और स्वीकार्य सीमा तक लाने में असमर्थ हैं। केजरीवाल की प्रतिक्रिया के बाद, एएपी ने एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया, “ये एक निर्विवाद तथ्य है कि यमुना के पानी में सात पीपीएम अमोनिया है, दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ के पत्र में माना गया है कि विषाक्तता स्वीकार्य सीमा से 700 फीसदी ज्यादा है।”