(आकाश शर्मा)- Uttarkashi Tunnel Rescue Operation: नौ दिनों के बाद सोमवार को सिलक्यारा सुरंग में रेस्क्यू टीम को दो खास सफलता मिली है। टनल में फंसे मजदूरों के लिए जहां सेकेंडरी लाइफ लाइन 6 इंच की पाइप आरपार करने में सफलता मिली, वहीं नौ दिनों बाद पहला वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा गया कि सभी मजदूर सुरक्षित हैं।..Uttarkashi Tunnel Rescue Operation
सोमवार रात 6 इंच की पाइप आरपार होने के बाद रेस्क्यू टीम ने सुरंग के अंदर एंडोस्कोपिक फ्लेक्सी कैमरा पाइप के माध्यम से डाला। इसी कैमरे से सुरंग के अंदर आसपास हो रहे भूस्खलन की स्थिति की तस्वीरें भी ली जाएंगी। वीडियो में मजदूर वॉकीटॉकी से बात करते भी दिखे।
1. इंडोस्कोपिक कैमरे का इस्तेमाल मानव शरीर में जटिल और सूक्ष्म रोगों या अंगो की जांच करने में किया जाता है, एंडोस्कोपिक कैमरा तकनीकी रूप से सबसे चुनौतीपूर्ण उपकरणों में से एक होता है।
2. पेशेवर डॉक्टर बिमारियों के उचित निदान और ठीक उपचार के लिए शरीर के अंदर के अंगों, जोड़ों और गुहाओं का निरीक्षण करने के लिए इस उपकरण का उपयोग करते हैं।
3. सबसे आधुनिक एंडोस्कोपिक कैमरा ‘चिप-ऑन-टिप’ तकनीक का उपयोग करता है जहां तस्वीरों को डिवाइस के अंतिम भाग से जुड़े एक सॉफ्ट पैकेज के जरिए कैप्चर किया जाता है।
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4. इस कैमरे के ठीक ऊपर एक एलईडी लाइट लगी होती है जिससे कि उस जगह पर भी यह कैमरा पिक्चर क्लिक कर सकता है जहां पर अंधेरा हो।
5. उत्तराखंड में बन रही सुरंग में अधिकारियों ने एक फ्लेक्सी कैमरे का उपयोग किया था जिससे उसमें लगा वायर पाइप के साथ मुड़ सका और वीडियो रिकॉर्ड कर सका।
अभी कहां तक पहुंचा बचाव अभियान?
इस बीच, सूत्रों ने बताया कि सिलक्यारा सुरंग की ओर से अमेरिकन ऑगर मशीन से ‘निकलने का रास्ता’ बनाने का कार्य फिर शुरू होने वाला है. दिल्ली से आई इंजीयनियरिंग टीम ने किसी कठोर सतह से टकराने के बाद रुकी इस मशीन के कलपुर्जे बदल दिए हैं।