चरखी दादरी(प्रदीप साहू): जलभराव व भूमिगत जलस्तर खारा होने के चलते जलभराव की स्थिति बनने के दौरान गांव साहुवास की पंचायत द्वारा धान की बिजाई पर रोक लगाने के बाद भी नहरी चोरी कर धान की बिजाई करने वाले किसानों के खिलाफ पंचायत लामबंद हो गई है। इसी कड़ी में ग्रामीणों ने फिर से पंचायत कर धान की बिजाई करने वाले किसानों पर कार्रवाई की मांग को लेकर विधायक के दरबार में पहुंचे। बाद में सीएम के नाम ज्ञापन सौंपते हुए ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर पूरे मामले पर कार्रवाई नहीं की गई तो वे रोड जाम कर बड़ा आंदोलन करेंगे।
आपको बता दें, गांव साहुवास की पंचायत ने पिछले वर्ष पंचायत करके धान की बिजाई नहीं करने का निर्णय लिया था। पंचायत में कहा गया था कि गांव का भूमिगत जलस्तर खारा है और पानी की निकासी के प्रबंध नहीं होने के चलते कई फुट तक जलभराव की स्थिति बनती है। ऐसे में गांव में कोई किसान धान की खेती नहीं करेगा।
हुड्डा के बयान पर बिश्नोई का पलटवार, कहा- मुझे अंतरात्मा की नसीहत ना दें
पंचायत के निर्णय अनुसार पिछले वर्ष किसी किसान द्वारा धान की बिजाई नहीं की गई। इस बार गांव के कुछ किसानों द्वारा धान की बिजाई करने पर ग्रामीण लामबंद हो गए हैं। ग्रामीणों ने पंचायत करते हुए निर्णय लिया कि धान की बिजाई करने वाले किसानों द्वारा नहरी पानी की चोरी करने के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर विधायक व प्रशासन के द्वार पहुंचकर मांग करेंगे। ग्रामीण विधायक सोमबीर सांगवान के निवास पर पहुंचे और कार्रवाई को लेकर सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा।
यहां ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत के निर्णय के विरोध में किसानों द्वारा नहरी पानी चोरी कर धान की बिजाई की जा रही है। धान की बिजाई होने पर गांव में जलभराव के हालात बन जाएंगे और पीने के पानी की समस्या बनेगी। इस मामले में सीएम के नाम ज्ञापन सौंपते हुए कार्रवाई की मांग की है। पंचायत अध्यक्ष सुखबीर सिंह ने कहा कि प्रशासन व सरकार को कार्रवाई बारे ज्ञापन सौंपा है। अगर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो रोड जाम करते हुए बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।