(प्रदीप कुमार): झारखंड पुलिस ने बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी ,सांसद निशिकांत दुबे, उनके दो बेटों और देवघर हवाई अड्डे के डायरेक्टर सहित कुल नौ लोगों के खिलाफ कथित तौर पर देवघर से टेक-ऑफ के लिए एयर ट्रैफिक कंट्रोल ATC से जबरन मंजूरी लेने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। ये घटना 31 अगस्त को हुई।आरोप है कि देवघर हवाईअड्डे पर रात में उड़ानों के टेक-ऑफ या लैंडिंग की सुविधा नहीं है लेकिन इसके बावजूद सांसदों ने दबाव डाला।देवघर हवाई अड्डे के सुरक्षा प्रभारी डीएसपी सुमन आनन ने इसकी शिकायत की है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा कथित तौर पर खुद खनन पट्टे लेने के मामले में चुनाव आयोग की ओर से उन्हें अयोग्य घोषित करने की सिफारिश के कुछ ही दिन बाद झारखंड में जारी राजनीतिक घटनाक्रम के बीच यह मामला सामने आया है।बीजेपी ने इस घटना को राजनीतिक दुर्भावना की कार्यवाई बताया है।बीजेपी ने झारखंड में बीजेपी डेलीगेशन के सदस्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने पर विरोध जताया है।बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि हमारे डेलीगेशन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के बजाय झारखंड सरकार को अंकिता के परिवार से मिलना चाहिए था
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FIR को लेकर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं हुआ है। ये राजनीतिक द्वेष में केस दर्ज कराया गया है। निशिकांत दुबे ने ट्वीट करते हुए कहा कि मुद्दा अंकिता की निर्मम हत्या है। दुबे ने कहा कि हम लोग पीड़िता के परिवार से मिलने क्या गए सीएम हेमंत सोरेन इतना बौखला गए कि पूरा पेड सिस्टम और अधिकारी गाली देने लगे। दुबे ने कहा कि अंकिता और झारखंड के इस्लामीकरण से त्रस्त परिवार के इंसाफ़ की लड़ाई इस मुक़दमे से बंद नहीं होगी। निशिकांत दुबे ने देवघर के डिप्टी कमिश्नर के खिलाफ केस दर्ज कराया है। उन्होंने ट्वीट किया है कि,”यह देश क़ानून से चलता है देवघर के डीसी के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज की है”
दुबे ने कहा है कि, ”एसपी देवघर पुलिस मैंने डीसी देवघर के खिलाफ देशद्रोह,आपराधिक जान से मारने का कृत्य, चेयरमैन देवघर एयरपोर्ट के नाते मेरे काम में बाधा, एयरपोर्ट डायरेक्टर की अनुमति के बिना सिक्योरिटी एरिया में जाना, ATC बिल्डिंग में बिना अनुमति प्रवेश पर FIR करने का पत्र भेजा है”
मनोज तिवारी ने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन सरकार के निर्देश पर हमारे खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। सोरेन सरकार अंकिता के परिवार के साथ नहीं खड़ी है। बहरहाल झारखंड में एक तरफ अयोग्यता को लेकर मुख्यमंत्री सोरेन की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है तो अब बीजेपी सांसदों और अन्य पर हुई FIR ने राजनीतिक घमासान और बढ़ा दिया है।