एम्स के पूर्व डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने मेदांता हॉस्पिटल में Institute of Internal Medicine and Respiratory and Sleep Medicine के अध्यक्ष के रूप में ज्वाइन किया है। मेदांता हॉस्पिटल के अधिकारीयों ने इस बात की जानकारी देते कहा की इसके अलावा डॉ गुलेरिया चिकित्सा शिक्षा विभाग के निदेशक की भूमिका भी संभालेंगे। इससे पहले डॉ गुलेरिया एम्स नई दिल्ली के निदेशक थे जहां उन्होंने तीन दशकों से अधिक समय तक फैकल्टी के रूप में कार्य किया। डा. गुलेरिया ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद द्वारा कोरोना पर गठित राष्ट्रीय टास्क फोर्स के अहम सदस्य थे। कोरोना के इलाज का दिशा-निर्देश तैयार करने और समय-समय पर उसमें बदलाव कराने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई।
डॉक्टर रणदीप गुलेरिया फेफड़े के कैंसर, अस्थमा, सीओपीडी, श्वसन मांसपेशियों के कार्यों और नींद संबंधी बिमारियों के विशेषज्ञ हैं। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 400 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं। डॉ गुलेरिया ने 2011 में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), उन्होंने नई दिल्ली में Pulmonary Medicine and Sleep Disorders का विभाग स्थापित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने वर्ष 1992 में बतौर सहायक प्रोफेसर एम्स में ज्वाइन किया था। चिकित्सा क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए कार्यों के मद्देनजर वर्ष 2015 में केंद्र सरकार ने उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया।
मेदांता हॉस्पिटल ज्वाइन करने की जानकारी देते है मेदांता की तरफ से वेबसाइट पर लिखा गया है की डॉ. रणदीप गुलेरिया जैसे वरिष्ठ चिकित्सक की नियुक्ति अत्यधिक कुशल और सम्मानित क्लिनिकल फैकल्टी की हमारी टीम का विस्तार करके हमेशा उच्चतम स्तर की क्लिनिकल देखभाल प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। अपनी नैदानिक और शैक्षणिक क्षमताओं को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध, हम मेदांता परिवार में डॉ. गुलेरिया का स्वागत करते हैं।”
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डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज, शिमला से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की और बाद में पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च चंडीगढ़ से जनरल मेडिसिन में डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी) और पल्मोनरी मेडिसिन में डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन (डीएम) की पढ़ाई की।