( प्रदीप कुमार )- फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाली परेड में मुख्य अतिथि होंगे। मैक्रों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर भारत की यात्रा पर आएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के न्योते पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों 75वें गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के तौर पर भारत आएंगे। राष्ट्रपति मैक्रों गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने वाले छठे फ्रांसीसी नेता होंगे।
राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर भारत से मिले न्यौते को स्वीकार करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में कहा है कि,”आपके निमंत्रण के लिए धन्यवाद, मेरे प्रिय मित्र भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,आपके गणतंत्र दिवस पर मैं आपके साथ जश्न मनाने के लिए रहूंगा!” वहीं भारत के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि, ‘रणनीतिक साझेदार के रूप में, भारत और फ्रांस कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर उच्च स्तर पर समान रुख साझा करते हैं। इस साल हम भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।’
गणतंत्र दिवस समारोह के लिए मैक्रों को भारत का आमंत्रण रक्षा और सुरक्षा, स्वच्छ ऊर्जा, व्यापार और निवेश और नयी प्रौद्योगिकियों सहित विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के प्रगाढ़ होते संबंध के बीच आया है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 जुलाई को पेरिस में आयोजित ‘बैस्टिल डे परेड’ में सम्मानित अतिथि के रूप में भाग लिया था। यह कार्यक्रम फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस समारोह का हिस्सा है। वहीं, मैक्रों सितंबर में नयी दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने आए थे।
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रक्षा मंत्रालय ने जुलाई महीने में ही फ्रांस से नौसेना के इस्तेमाल के लिए 26 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने को मंजूरी दी थी, जिनकी तैनाती देश में ही निर्मित विमानवाहक पोत INS विक्रांत पर की जाएगी।फ्रांस लड़ाकू विमान खरीदने के लिए शुरुआती निविदा का जवाब पहले ही दे चुका है।
राष्ट्रपति मैक्रों गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने वाले छठे फ्रांसीसी नेता होंगे। भारत ने इस अवसर पर पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को आमंत्रित किया था, लेकिन उन्होंने जनवरी, 2024 में यहां आने में असमर्थता जतायी थी। कहा जा रहा है कि बाइडन के भारत आने में असमर्थता की वजह जनवरी के अंत या फरवरी की शुरुआत में ‘स्टेट ऑफ द यूनियन’ संबोधन, उनकी दोबारा राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी और हमास-इजराइल संघर्ष पर अमेरिका का पूरा फोकस करना है।
भारत अपने गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए हर साल विश्व नेताओं को आमंत्रित करता है। कोविड-19 महामारी के मद्देनजर 2021 और 2022 में गणतंत्र दिवस पर किसी को भी बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित नहीं किया गया था।साल 2023 के गणतंत्र दिवस समारोह में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी मुख्य अतिथि थे।