(अजय पाल)Hariyali Teej 2023: हरियाली तीज का त्योहार जो श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है।अखंड सौभाग्यवती भव व परिवार की सुख-समृद्धि की कामना के लिए हर साल महिलाएं कई प्रकार के वृत रखती है अभी सावन का महीना चल रहा है सावन के महीने में भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा का विशेष महत्व है सावन के महीने में विवाहित महिलाएं तीज का व्रत करती है हरियाली तीज सुहागिन महिलाओं के लिए बहुत खास माना गया है।
हरियाली तीज की मान्यता-
1. हरियाली तीज के दिन हाथों में मेहंदी लगाना बहुत शुभ माना जाता है।2. हरियाली तीज के दिन सुहागिन महिलाएं सावन गीत गाते हुए झूला झूलती है3.हरियाली तीज के अवसर पर ससुराल पक्ष की ओर से विवाहित महिलाओं को ससुराल पक्ष की तरफ से विवाहित महिलाओं के लिए कपडे.आभूषण. श्रृंगार का सामान, मिठाई भेजी जाती है। 4.हरियाली तीज की पूजन सामग्री – हरियाली तीज के अवसर भगवान शिव को गाय का दूध.गंगाजल. पंचामृत, मिश्री. शहद. बेलपत्र भांग धतूरा, आदि चढाते है।
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श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को पड़ने वाला हरियाली तीज का त्योहार हर साल धूमधाम से मनाया जाता है. हिंदू धर्म में इस त्योहार का खास महत्व है. इस साल ये त्योहार कल यानी 19 अगस्त को मनाया जाएगा।हरियाली तीज की पूजा के लिए सामग्री लिस्ट
- माता पार्वती और भगवान शिव के लिए मूर्ति
- मिट्टी का कलश
- चौकी
- चौकी पर पिछाने के लिए लाल कपड़ा
- नारियल
- सोलह श्रृंगार का सामान
- माता पार्वती और भगवान शिव के वस्त्र
- गणेशजी की तस्वीर और उनके वस्त्र
- पूजा का सामान ( फूल, बेलपत्र, धतुरा, धतुरे के फूल, केले के पत्ते, शमी पत्र, कलावा, अबीर, सफेद चंदन, कुमकुम, आक के फूल, एक जोड़ी जनेऊ)
- ताबें या पीतल के लोटे में जल
- फल
- गाय का घी
- सरसों का तेल
- घी का दिया
- कपूर
- मिठाई
- हरियाली तीज की व्रत कथा
हरियाली तीज की पूजा का समय-
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 18 अगस्त को रात 8 बजकर 01 मिनट से शुरू होकर 19 अगस्त को रात 10 बजकर 19 मिनट तक रहेगी. ऐसे में हरियाली तीज का पर्व 19 अगस्त को मनाया जाएगा.