सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार देने के लिए हाल ही में लाखों युवाओं का सीईटी एग्जाम लिया गया और परिणाम आने से ही पहले आगामी प्रक्रिया को लेकर युवाओं में अंसतोष फूटना आरंभ हो गया है। विभिन्न विभागों द्वारा निकाली गई भर्ती से चार गुणा युवाओं को ही मौका दिये जाने के सरकार के नये फैसले के विरोध में युवा एकजुट होते हुए सड़कों पर उतरने लगे हैं। इसी कड़ी में दादरी के हजारों युवाओं ने सड़कों पर उतरकर सरकार के नये नियमों का विरोध किया।युवाओं ने एकजुट होकर दिया अल्टीमेटम, हर साल एग्जाम नहीं तो सड़कों पर उतरकर करेंगे बड़ा आंदोलन करेंगे। Haryana hindi news,
साथ ही अल्टीमेटम दिया कि हर वर्ष सीईटी की परीक्षा नहीं होने व नये नियमों को रद्द नहीं किया तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान निर्णय लिया कि जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रदेशभर के विधायक, सांसदों व प्रशासनिक अधिकारियों के माध्यम से सरकार को ज्ञापन सौपे जाएंगे। वहीं 19 दिसंबर को हिसार में आगामी आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।
बता दें कि सीईटी को लेकर सरकार ने फैसला लिया है कि केवल उन्ही उत्तीर्ण अभ्यार्थियों को अवसर प्रदान किया जाएगा जो सीईटी एग्जाम में टॉपर रहेंगे। जिसके विरोध में युवाओं ने दादरी के रोज गार्डन में एकजुट होते हुए विरोध स्वरूप मीटिंग की और सरकार से सीईटी के नियमों में बदलाव करने की मांग उठाई। युवाओं ने सरकार पर लगाया आरोप कि मेरिट वाले केवल चार गुणा उम्मीदवारों को ही अगली परीक्षा में बैठने का नियम बना रही है। ऐसे में लाखों युवाओं को नौकरी के लिए महरूम होना पड़ेगा। ऐसे में युवाओं ने एकेडमी संचालकों संग मिलकर सड़कों पर उतरते हुए रोष प्रदर्शन किया और तहसीलदार के माध्यम से सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा।
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गौतम ढिल्लो, अमित सोलंकी, रविंद्र इत्यादि युवाओं ने कहा कि परीक्षा में लाखों अभ्यार्थियों ने हिस्सा लिया था। इस परीक्षा के नियम के तहत अब सरकार पद के हिसाब से मेरिट वाले केवल चार गुणा उम्मीदवारों को ही अगली परीक्षा में बैठने का फैसला लेने की तैयारी में है। इस परीक्षा को केवल पात्र परीक्षा ही माना जाए। सरकार द्वारा पहले सीईटी को केवल पात्रता परीक्षा ही माने जाने की बात कही गई थी। इसलिए सीईटी को केवल पात्रता परीक्षा बनाया जाए। जनरल श्रेणी में 50 प्रतिशत एवं आरक्षित वर्ग में 40 प्रतिशत वाले हर स्टूडेंट्स को ग्रुप सी के दूसरे पेपर में बैठने का मौका दिया जाए। जो बच्चे क्वालीफाई एग्जाम कर चुके हैं उन सभी का पेपर देने का मौका दिया जाए। उनकी मांग है कि दूसरे फेज में जो बच्चे क्वालीफाई कर चुके हैं, उन्हें भी एग्जाम में बैठने का मौका दिया जाए। इसके अलावा सीईटी की परीक्षा हर साल होनी चाहिए। हरियाणा सरकार की पिछले चार साल से कोई भी भर्ती पूरी नहीं हुई है।