Health: आजकल बच्चों में कई बीमारियां देखने को मिल रही हैं। हाल ही में एक और बीमारी सामने आई है जिसका नाम HFMD है। यह एक तरह का संक्रमण है जो की खास तौर पर छोटे बच्चों में ज्यादा देखने को मिल रहा है। HFMD हाथ, पैर और मुंह की बीमारी है। इस तरह की बीमारी का कारण आमतौर पर कॉक्ससैकी वायरस A16 और एंटरोवायरस 71 है।
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बता दें कि यह वायरस खांसने, छींकने, लार, नाक के स्त्राव और मल के माध्यम से होता है और यदि कोई स्वस्थ व्यक्ति किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है तो वह भी इस बीमारी का शिकार हो सकता है और यह बीमारी अधिक फैल सकती है। विशेष रुप से जिन छोटे बच्चों का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है और पूरी तरह से विकसित नहीं होता, उन बच्चों को यह बीमारी तेजी से अपना शिकार बनाती है।
HFMD के लक्षण क्या हैं?- HFMD के लक्षण संक्रमण होने के 3-7 दिन के भीतर दिखाई देते हैं। इस बीमारी की शुरुआत हल्के या तेज बुखार से होती है केवल इतना ही नहीं गले में खराश, सूजन और दर्द बच्चों को होने लगती है। बच्चे को थकान और कमजोरी के साथ-साथ मुंह में छाले पड़ सकते हैं।
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HFMD का इलाज कैसे करें?- इस बीमारी के इलाज की बात करें तो इसका कोई खास इलाज नहीं हैं लेकिन समय रहते लक्षणों को नियंत्रित करना बेहद जरुरी हैं। यदि किसी संक्रमित बच्चे को बुखार महसूस होता है तो बुखार को कम करने के लिए पैरासिटामोल या फिर इबुप्रोफेन दें। यदि मुंह में छाले लगे तो ठंडे दूध पीने को दें। बच्चे को हल्का-फुल्का ही भोजन दें। बच्चे को जितना अधिक हो सके आराम करायें। यदि बच्चे को आराम महसूस न हो तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।