Health Tips: ठंड का मौसम चल रहा है दिसंबर की शुरुआत हो चुकी है। इस मौसम में वैसे तो हर किसी को अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो ठंड आते ही सर्दी – खांसी से परेशान रहते हैं… तो आज हम इसी समस्या के सामाधान के बारे में चर्चा करेंगे इस आर्टिकल में… एक ऐसी चीज जो हर भारतीय घर में मिलती है या मिलनी चाहिए वो है च्यवनप्राश। यह सिर्फ मीठा जाम नहीं, बल्कि एक छोटा‑सा “स्वास्थ्य का पैकेज” भी है। Health Tips
च्यवनप्राश का इतिहास बहुत पुराना है। कहा जाता है कि महर्षि च्यवन ने बुढ़ापे में कई जड़ी‑बूटियों को मिलाकर यह मिश्रण तैयार किया और फिर से युवा बन गए। तभी से इसे “च्यवनप्राश” कहा जाता है – यानी च्यवन का प्राश। Health Tips
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अब बात करते हैं कि इसमें क्या‑क्या है। मुख्य घटक है आमला, जो विटामिन C से भरपूर है और इम्यूनिटी को मजबूत करता है। फिर है अश्वगंधा, जो तनाव को कम करता है और शक्ति देता है। शतावरी, गुडुची, पिप्पली, दालचीनी और लौंग जैसे कई जड़ी‑बूटियाँ भी इसमें शामिल हैं, जो पाचन और श्वसन को सहारा देती हैं। इन सबको घी, शहद और थोड़ी शक्कर के साथ मिलाया जाता है, ताकि पोषक तत्व आसानी से शरीर में पहुंच सकें। Health Tips
विज्ञान ने भी इस बात को पुष्टि की है। कई शोध बताते हैं कि नियमित रूप से च्यवनप्राश लेने से सर्दी‑जुकाम की अवधि कम हो सकती है, और एथलीटों में सहनशक्ति बढ़ती है। एंटी‑ऑक्सीडेंट गुण फ्री‑रैडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं, जिससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी होती है। सेवन का सबसे आसान तरीका है सुबह खाली पेट एक छोटा चम्मच गुनगुने पानी या दूध के साथ। अगर आप व्यायाम करते हैं, तो वर्कआउट के बाद भी एक चम्मच ले सकते हैं – इससे मसल रिकवरी तेज होती है। बच्चों को आधा चम्मच देना पर्याप्त है। कुछ लोग सोचते हैं कि च्यवनप्राश सिर्फ मीठा जाम है या रोज़ लेना नुकसानदायक हो सकता है। असल में यह जड़ी‑बूटियों का मिश्रण है और सही मात्रा में लेना पूरी तरह सुरक्षित है।
