Himachal Cabinet Meeting : हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को भांग की खेती पर एक पायलट अध्ययन को मंजूरी दे दी। ये मंजूरी औद्योगिक और औषधीय इस्तेमाल को देखते हुए सिफारिश करने के लिए दी गई है।पायलट अध्ययन चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर, जिला कांगड़ा और डॉ. वाई. एस. परमार, बागवानी विश्वविद्यालय, नौणी, जिला सोलन मिलकर करेंगे।
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एक बयान में कहा गया है कि इस पहल के लिए कृषि विभाग को नोडल विभाग नामित किया गया है।धर्मशाला में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में 2023 में आपदा प्रभावित परिवारों के लिए शुरू किए गए विशेष राहत पैकेज को कुल्लू जिले के टांडी गांव में आग की घटना से प्रभावित लोगों तक बढ़ाने का फैसला हुआ।मंत्रिमंडल ने एआईएमएसएस चमियाणा, शिमला और डॉ. राजेंद्र प्रसाद सरकारी मेडिकल कॉलेज, टांडा, कांगड़ा को 56 करोड़ रुपये की लागत से रोबोटिक सर्जरी के लिए मशीनरी और उपकरणों की खरीद को भी मंजूरी दी।
हर्षवर्धन चौहान, कैबिनेट मंत्री: कैबिनेट में एक और बहुत अहम फैसला लिया गया है क्योंकि जो हमारे हिमाचल प्रदेश में जो भांग की खेती है, उसके लिए विधानसभा की कमिटी बनी थी, उसने अपनी रिपोर्ट समिट की है और उसके बाद सरकार ने चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता में भी कमिटी नियुक्त की है, वो जो रिकमेंडेशन है, वो कैबिनेट ने एक्सेप्ट की है और इसमें एग्रीक्लचर डिपार्टमेंट को नोडल डिपार्टमेंट बनाया गया है। भांग की खेती किस प्रकार से चलेगी, कौन सा मैटीरियल, किस प्रकार से उगाई जाएगी, किस तरह से उसका मॉनिटरिंग होगी।”