केंद्र सरकार ने आपदा प्रभावित हिमाचल प्रदेश में पीड़ितों की मदद के लिए नेशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फंड से 200 करोड़ रुपये जारी करने की मंजूरी दी है। ये मदद की अग्रिम राशि है सात अगस्त को एनडीआरएफ से राज्य को पिछले बकाया का 189.27 करोड़ रुपया जारी किया गया था। राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्र से मिली मदद को नाकाफी बताया है। उन्होंने कहा कि तबाही इतनी ज्यादा हुई है कि राज्य सरकार ने केंद्र से मिली राशि से कहीं ज्यादा खर्च किया है।
तकरीबन 1800 से 2000 करोड़ रुपया तो पिछले एक महीने में हमारी सरकार तो खर्च कर चुकी है। 130 करोड़ तो पीडब्ल्यूडी वालों को हम दे चुके हैं। ये जितनी सड़कों से, अभी 35 प्रतिशत का सेव हमारा निकल चुका है। जितनी सड़कें पंचायत में हैं, उन तक पैसा पहुंचा चुके हैं। जितनी ये 48 घंटे में रेस्टोरेशन जो बिजली की हो रही है, जो पानी की हो रही है, वो आप कितनी मेहनत से हम लोग, वो टेम्परोरी रेस्टोरेशंस हैं। हम तो खर्च कर चुके हैं। और जो हमने भरा है उसको मांग रहे हैं
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जिस प्रकार केदारनाथ में, गुजरात के भुज में, महाराष्ट्र के, जब भूकंप आया था उस समय स्पेशल पैकेज मिला था, हमें भी हमारे राज्य को भी, जिसको हमने राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दिया है। राज्य आपदा घोषित कर दिया। उसमें हमें कम से कम आप और स्टेट्स को आपदा के समय उस समय जो दिया है, हमें भी दें इस बीच बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने हाल में आई बाढ़ और भूस्खलन से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए रविवार को अपने गृह राज्य का दौरा किया। पिछले हफ्ते आपदाओं में कम से कम 78 लोग मारे गए बीजेपी अध्यक्ष के साथ केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी थे।
मन बड़ा द्रवित हुआ है। और बहुत ही दुखी हुआ है। यह देखकर, परिवारजन, जिनकी क्षति हुई है, हमारी सबकी सहानुभूति है। प्रशासन की ओर से हर संभव प्रयास हो रहा है कि उनको ठीक ढंग से, जो विस्थापित हुए हैं, उनको आगे चल करके सेटल कराया जाए। और इसी कड़ी में आज मुझे उन परिवारों से मिलने का मौका मिला, जो विस्थापित हुए हैं पिछली रविवार रात से हुई 78 मौतों में 24 मौतें शिमला में तीन बड़े भूस्खलनों में हुईं – 17 समर हिल के शिव मंदिर में, पांच फागली में और दो कृष्णानगर में स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के मुताबिक 24 जून को हिमाचल प्रदेश में मानसून की शुरुआत के बाद से राज्य में बारिश से जुड़े हादसों और सड़क दुर्घटनाओं में 338 लोगों की मौत हो चुकी है और 38 लोग लापता हैं।