(अनिल कुमार): राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हरियाणा में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान, म्हारा गांव-जगमग गांव और आर्थिक रूप से अपेक्षाकृत कमजोर परिवारों के लिए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना लागू करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार की सराहना की। उन्होनें कहा कि अपनी विकास यात्रा के दौरान हरियाणा ने अनेक मानकों पर अपना स्थान अग्रणी राज्यों में बना लिया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हरियाणा राज भवन में प्रदेश सरकार द्वारा उनके सम्मान में आयोजित नागरिक अभिनन्दन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस अवसर पर पंजाब के राज्यपाल एवं संघीय क्षेत्र चण्डीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित, हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी उपस्थित रहे। देश की प्रथम नागरिक ने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ओ अभियान के तहत किया जा रहा प्रयास हरियाणा का सबसे अधिक सराहनीय कार्य है। वर्ष 2014 में 871 की तुलना में आज 913 के लिंगानुपात तक पहुंचने की प्रगति यात्रा के लिए हरियाणा सरकार और समाज की जितनी भी सराहना की जाए वह कम है।
उन्होने कहा कि पंचायतों में महिलाओं को समान प्रतिनिधित्व दिया जाना उनके सशक्तिकरण का बहुत प्रभावी माध्यम है। उन्हें प्रसन्नता है कि भारत सरकार द्वारा दिए जा रहे दीन दयान उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार-2022 में सोनीपत की जिला पंचायत और करनाल जिले में मर्दानहेड़ी की ग्राम पंचायत को पुरस्कृत किया गया। हरियाणा को देव और वीर भूमि कहते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा भारत की सबसे प्राचीन सभ्यता का केन्द्र रहा है। वैदिक काल की सबसे महत्वपूर्ण नदी सरस्वती का आशीर्वाद हरियाणा को प्राप्त था। उन्होनें सरस्वती धरोहर के बारे में जागरूकता पैदा करने और उसके संरक्षण के लिए हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड गठित करने के लिए हरियाणा सरकार की सराहना की।
इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि किसी समाज की प्रगति उस समाज में महिलाओं द्वारा हासिल की गई प्रगति से होती है। उन्हौने कहा कि राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने सदैव श्रीमद्भगवदगीता के संदेश को जीवन में उतारा है। वे कठोर निष्ठा, त्याग, तपस्या, कर्म और निष्काम सेवा की प्रतिमूर्ति हैं। उन्होनें कहा कि आजादी के 75 वर्षों में पहली बार देश में आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व करने वाली महिला का सर्वोच्च पद पर आसीन होना देश के लिए ऐतिहासिक एवं गर्व का विषय है। देश की 50 प्रतिशत जनसंख्या यानि कि महिलाओं के लिए अत्यंत ही हर्ष का विषय है। आज गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी समुदाय के लोग व महिलाएं उनमें अपना प्रतिबिम्ब देख रहे हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी का समस्त जीवन प्रेरणादायक है और उनके जीवन की अनेक घटनाएं लोगों को रोमांच से भर देती हैं। इसलिए उनका जीवन अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के उद्घाटन के दौरान आपने पहली बार बतौर राष्ट्रपति हरियाणा का दौरा किया है, जिसके लिए वह हमेशा आभारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश की जनता के लिए सौभाग्य का विषय है कि उन्हें राष्ट्रपति के जीवन से बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय द्वारा दिए गए मंत्र ‘लास्ट इज फर्स्ट’ पर कार्य कर रही है, जिससे आम लोगों को लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किए गए कार्य अभूतपूर्व हैं। आजादी के अमृत महोत्सव पर 75वे वर्ष में प्रवेश कर रहे भारत एवं प्रदेश के लोगो के लिए यह महत्वपूर्ण समय है, जब हरियाणा सरकार ने आयुष्मान भारत योजना को विस्तार देखकर 28 लाख परिवारों को इससे जोड़ा है, जिसके बाद योजना का नाम चिरायु रखा गया है।
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उन्होंने कहा कि 1.80 लाख रुपए से कम आय वाले हरियाणा लोगों के लिए हमारी सरकार ने निरोगी हरियाणा योजना शुरू की है। इसके साथ ही परिवार पहचान पत्र के द्वारा राज्य के सभी लोगों का डाटा हरियाणा सरकार के पास मौजूद है, जिसको समय-समय पर आवश्यक योजनाओं का लाभ उपलब्ध करवाने के लिए प्रयोग किया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस डाटा से हरियाणा सरकार आवश्यकता आधार पर योजनाएं बना रही हैं, जिसमें 60 वर्ष आयु होने पर व्यक्ति की वृद्धावस्था पेंशन स्वतः बन जाती है। इतना ही नहीं बीपीएल परिवारों का राशन कार्ड भी बनकर उनके घर पहुंच जाता है। उन्होंने कहा कि आज पूरे प्रदेश में उत्साह का वातावरण है और हरियाणा सरकार जनता की सभी आवश्यकताओं की पूर्ति समय पर कर रही है।