How To Treat Firecracker Burn: दिवाली के कुछ ही दिन बचे है.इस साल 31 अक्टूबर के दिन पूरे भारत में दिवाली का त्यौहार मनाया जाएगा. दिवाली के त्योहार पर भारत में सभी लोगों में काफी उत्साह देखने को मिलता है. लोग दिये और लाइटिंग से घर को सजाते है.और साथ ही जमकर पटाखे भी फोड़ते है. पटाखों के फोड़ते समय दुर्घटनाएं भी होती है. पटाखों से होने वाली दुर्घटनाओं की संख्या साल दर साल बढ़ती ही जा रही है. इस हादसे के शिकार केवल बच्चे ही नही बल्कि अनजान राहगीर और बुजुर्ग भी होते है.हादसे के अलावा पटाखों से निकलने वाले धुएं से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और निमोनिया जैसी पहले से मौजूद बीमारियों को बिगड़ने की संभावनाएं बनी रहती है.
इस पर्व पर पटाखे फोड़ने की परंपरा पिछले कई सालों से चली आ रही है. लेकिन कई बार देखा गया है कि पटाखे फोड़ते समय कई बड़े हादसे हो जाते है.जिनकी उम्मीद भी नहीं की जा सकती है.और लोगों का अच्छा खासा नुकसान हो जाता है.
Read also – Wayanad: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने वायनाड में शुरु किया चुनाव प्रचार, रोड शो में उमड़ा जनसैलाब
लापरवाही ले सकती है जान – बच्चों से लेकर बड़े तक सभी दीपावली पर जमकर पटाखे फोड़ते हैं. छुरछुरी से लेकर बम तक दिवाली पर इन्हें फोड़ना बच्चों के लिए खासा एक्साइटमेंट का विषय होता है. पर इस दौरान बहुत सावधानी बरतनी की जरूरत पड़ती है. दीपावली में पटाखे जलाते वक्त होने वाला छोटा सा हादसा जानलेवा हो सकता है.
आंखों को पटाखे से सबसे ज़्यादा खतरा – पटाखों से निकलने वाला धुआ स्किन के लिए बेहद ही नुकसानदायक होता है. पटाखे आपकी स्किन, आईलैशेज़ पर जलन पैदा कर सकते हैं. वही रॉकेट और हैवी पटाखे आंख के अगले हिस्से यानी कॉर्निया को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं. अगर पटाखे रेटिना तक पहुंचे तो आंखों की रोशनी भी जा सकती है.
आँखों में चोट लगने पर तुरंत करें ये उपाय – हमारी आँखें बहुत ही नाजुक होती है अगर छोटी सी भी चीज हमारी आँखों मे चली जाए तो बहुत बड़ी परेशानी खड़ी कर सकती है. पटाखों फोड़ते समय आँखों में चोट लग सकती हैं. तो अगर आँख में जलन हो, तो उसे किसी साफ कॉटन पैड से ढँक दें और तुरंत अस्पताल जाएं. अगर आँख में कोई छोटा कण चला जाए, तो आंख को साफ पानी से धोएँ तुरंत डॉक्टर के पास जाए. आंखों के अलावा हाथ पैर या फिर शरीर के किसी हिस्से में भी चोट लग सकती है. तो अगर ऐसा कभी आपके किसी कभी भी के साथ हो तो कुछ उपाय है जिन्हें आजमा कर आप फौरी तौर पर होने वाले जोखिम को कम कर सकते हैं.
पटाखे जलाते वक्त रखें इन बातों का ध्यान- पटाखों को असावधानी से जलाने के कारण हाथ, चेहरा और आंखें सबसे अधिक प्रभावित होती हैं. पटाखे फोड़ते समय गुणवत्ता वाले पटाखों का उपयोग करना, सुरक्षित स्थान चुनें और फायर एक्सटिंग्विशर या पानी का इंतजाम करें, जलाने के बाद यदि कोई पटाखा न फटा हो, तो उसे तुरंत पानी में डाल दें और साथ ही आतिशबाजी वाली जगह से पर्याप्त दूरी बनाना के रखे.
Read also- Wayanad: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने वायनाड में शुरु किया चुनाव प्रचार, रोड शो में उमड़ा जनसैलाब
पटाखे फोड़ते समय जल जाए तो क्या करें –
जलने पर चोट लगने की स्थिति में, घाव पर तुरंत ठंडा पानी डालने और जले हुए हिस्से पर एंटीसेप्टिक क्रीम का भी इस्तेमाल करना चाहिए.
अगर आप हल्का झुलस गए हैं तो उस जगह पर तुलसी के पत्तों का रस लगा लें. इससे जलन कम होगी और जले का निशान भी नहीं पड़ेगा. जलन को कम करने के लिए प्रभावित जगह पर ठंडा पानी या बर्फ का पैकेट लगाएं। जलने वाली जगह को नमीयुक्त और साफ रखें, ताकि संक्रमण से बचा जा सके।
अगर कोई पटाखे से जल गया है तो नारियल का तेल लगा दें.नारियल के तेल की तासीर ठंडी होती है जिससे जलन में आराम मिलेगा. ठीक होने पर भी नारियल का तेल लगाने से निशान नहीं पड़ेगा.
जले पर कच्चे आलू का रस भी लगाया जाता है. ये काफी ठंडा होता है इससे जलन शांत होगी और आपको काफी आराम मिलेगा.
