कांग्रेस ने निजी कोचिंग सेंटरों के नियमन की मांग की है। एनएसयूआई प्रभारी और कांग्रेस कार्यसमिति में सदस्य कन्हैया कुमार ने कहा कि छात्रों की बढ़ती आत्महत्याओं के लिए सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। कांग्रेस ने आज देशभर में विभिन्न नौकरियों और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए निजी कोचिंग सेंटरों के नियमन की मांग की है। पार्टी ने कहा कि ये सेंटर बेतहाशा मुनाफाखोरी कर रहे हैं और मासूम और भोले-भाले लोगों का शोषण कर रहे हैं।
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कांग्रेस कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी नेता और कांग्रेस कार्यसमिति में स्थायी आमंत्रित सदस्य कन्हैया कुमार ने कहा कि देशभर में कोचिंग सेंटरों की संख्या बढ़ गई है और वे छात्रों का शोषण कर रहे हैं और इनमें से कुछ तो मोटी फीस लेकर कुछ ही समय में गायब भी हो गए हैं। कन्हैया कुमार ने कहा कि देश के युवा इस कदर हताश हो चुके हैं कि देश में हर रोज औसतन 28 छात्र आत्महत्या कर रहे हैं। कन्हैया कुमार ने आगे कहा कि छात्रों की आत्महत्या की इतनी भयावह दर के लिए सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए क्योंकि यह व्यवस्थागत विफलता का नतीजा है।
एनएसयूआई प्रभारी कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि कोचिंग व्यवस्था छात्रों पर अवास्तविक सपने बेचकर बहुत अधिक दबाव बना रही है, जिसे वे रोजगार के अवसरों की कमी के कारण पूरा नहीं कर पा रहे हैं। कन्हैया कुमार ने मांग है कि सरकार को निष्पक्ष तरीके से परीक्षा आयोजित करके सभी रिक्तियों को पारदर्शी तरीके से भरना चाहिए।
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कोचिंग सेंटरों द्वारा इच्छुक युवाओं के शोषण पर, एनएसयूआई प्रभारी ने कहा कि अनुचित प्रतिस्पर्धा की संस्कृति बनाने के लिए सरकार और बाजार की ताकतों के बीच गठजोड़ है। कांग्रेस नेता ने जोर देकर कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए राज्य के संस्थानों में सुधार करना चाहिए कि निजी क्षेत्र बेहतर प्रदर्शन करे। कन्हैया कुमार ने देश में सार्वजनिक क्षेत्र में सुधार का आह्वान किया और कहा कि एक बार सार्वजनिक क्षेत्र अच्छी तरह से काम करना शुरू कर देगा तो निजी क्षेत्र भी उसका अनुसरण करेगा और अपनी जिम्मेदारी पूरी करेगा।