पीएम चेहरे के लिए ‘इंडिया’ के पास कई विकल्प,एनडीए के पास क्या है: उद्धव

(अजय पाल)Loksabha election 2024: विपक्षी गठबंधन इंडिया की  बैठक को लेकर मुंबई शहर चर्चा में बना हुआ है।महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को मुंबई में विपक्षी दल इंडिया की बैठक से पहले एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया.31 अगस्त से शुरू होने वाली बैठक से पहले उद्धव ठाकरे ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में अगले चुनाव में प्रधानमंत्री पद के चेहरे को लेकर बीजेपी को ही घेर लिया गया।

इसमें उद्धव ठाकरे ने कहा कि विपक्ष के पास तो प्रधानमंत्री के चेहरे के लिए कई विकल्प हैं,लेकिन बीजेपी के पास क्या विकल्प हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि लोगों ने कर्नाटक चुनाव में देख लिया है अब एनडीए वाले सोचें कि उनके पास क्या विकल्प हैं।उद्धव ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में यह बात कही। उनसे पूछा गया था कि गठबंधन में पीएम पद का चेहरा कौन होगा? यह सवाल तब पूछा गया जब विपक्षी गठबंधन का हिस्सा आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने आज सुबह कह दिया था कि वह चाहती हैं कि अरविंद केजरीवाल पीएम पद के उम्मीदवार हों।

Read also-सस्ते सिलेंडर पर सियासत: केंद्र सरकार कर रही तारीफ, विपक्ष बता रहा गठबंधन ‘इंडिया’ का असर

विपक्षी दल के नेता 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए का मुकाबला करने के लिए और मतभेदों को दूर करने के लिए गुरुवार से एक संयुक्त रणनीति बनाने के लिए जुट रहे हैं। बता दें कि ‘इंडिया’ गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस ने समय-समय पर यह साफ़ कर दिया है कि अभी भावी पीएम के नाम पर विचार करने की ज़रूरत नहीं है। भले ही अलग-अलग दलों के कुछ नेता अपनी पार्टी के नेताओं के नाम की पैरवी करते रहे हैं, लेकिन गठबंधन के सभी दलों के शीर्ष नेता खुद के पीएम उम्मीदवार होने की बात को खारिज करते रहे हैं चाहे वह नीतीश कुमार हों या फिर राहुल गांधी, ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे, शरद पवार जैसे नेता हो ।

Read also- Amitabh-Mamata Rakhi:अमिताभ बच्चन को राखी बांधने जलसा पहुंचीं ममता बनर्जी

उन्होंने कहा, आपने देखा कि कर्नाटक में क्या हुआ। उन्हें बजरंग बली को लाना था लेकिन देवता ने भी उन्हें आशीर्वाद नहीं दिया। तो सवाल यह है कि कौन बनेगा । उन्होंने बीजेपी के शासनकाल की तुलना ब्रिटिश राज से भी की। उन्होंने कहा, ‘अंग्रेजों ने भी विकास कार्य किया, लेकिन अगर हम पूरी ताकत से उन्हें नहीं भगाते तो हमें आजादी नहीं मिलती। हम विकास चाहते हैं लेकिन आजादी भी चाहते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *