India-UK FTA: भारत और ब्रिटेन के बीच आर्थिक साझेदारी का एक नया अध्याय शुरू हो गया है। तीन साल की लंबी वार्ता और 14 दौर की चर्चाओं के बाद आखिरकार ट्रेड डील का यह ऐतिहासिक समझौता लंदन में हुआ है। पीएम नरेंद्र मोदी ने ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर के साथ मुलाकात की और इस डील को दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं के लिए गेम-चेंजर बताया। इस फ्री ट्रेड एग्रीमेंट का उद्देश्य 2030 तक भारत और ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करके 120 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाना है। भारत के 99% निर्यात उत्पादों को ब्रिटेन में टैरिफ-मुक्त पहुंच मिलेगी, जिसमें कपड़ा, चमड़ा, जूते, रत्न और आभूषण, समुद्री खाद्य, और इंजीनियरिंग उत्पाद शामिल हैं। वहीं, ब्रिटेन के 90% उत्पादों पर भारत में आयात शुल्क कम होगा, जिससे स्कॉच व्हिस्की, कारें, चॉकलेट, और चिकित्सा उपकरण जैसे उत्पाद भारतीय उपभोक्ताओं के लिए सस्ते होंगे।India-UK FTA
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पीएम मोदी ने कहा कि “यह समझौता केवल एक आर्थिक सौदा नहीं है, बल्कि यह भारत और ब्रिटेन की साझा समृद्धि की योजना है। हमारे युवा, किसान, मछुआरे, और MSME क्षेत्र को इससे विशेष लाभ होगा। भारतीय कपड़ा, जूते, और कृषि उत्पादों को ब्रिटेन में नए अवसर मिलेंगे, जबकि भारतीय उपभोक्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद किफायती दामों पर उपलब्ध होंगे।”वही ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर ने बयान दिया कि “यह डील ब्रिटेन के लिए यूरोपीय संघ छोड़ने के बाद सबसे बड़ा और आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण व्यापार समझौता है। इससे ब्रिटेन में हजारों नौकरियां पैदा होंगी और हमारी अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी।India-UK FTA
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इस समझौते से भारत के श्रम-प्रधान क्षेत्रों जैसे टेक्सटाइल, चमड़ा, और ज्वेलरी को बड़ा फायदा होगा। ब्रिटेन में अभी इन उत्पादों पर 4 से 16% तक शुल्क लगता है, जो अब खत्म हो जाएगा। इसके अलावा, भारतीय IT, वित्तीय सेवाओं, और शिक्षा क्षेत्र को भी ब्रिटेन में नए अवसर मिलेंगे। भारतीय पेशेवरों के लिए आवागमन आसान होगा और सामाजिक सुरक्षा अंशदान में छूट मिलेगी। दूसरी ओर, भारत में ब्रिटिश कारों पर आयात शुल्क 100% से घटकर 10% होगा, और स्कॉच व्हिस्की पर शुल्क 150% से धीरे-धीरे 40% तक कम होगा। वही इस डील से भारतीय उपभोक्ताओं को सस्ते दामों पर मोबाइल, लैपटॉप, फैशन आइटम्स, और दवाइयां मिलेंगी। हालांकि, कुछ क्षेत्रों जैसे ऑटोमोबाइल और मेटल में कीमतें बढ़ सकती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह समझौता भारत के निर्यात को बढ़ावा देगा और रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा।बहरहाल यह फ्री ट्रेड डील न केवल भारत-ब्रिटेन के आर्थिक रिश्तों को मजबूत करेगी, बल्कि दोनों देशों के लोगों के लिए भी नए अवसर लेकर आएगी। इस समझौते को लागू होने से पहले ब्रिटिश संसद की मंजूरी लेनी होगी, और भारत में भी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी। India-UK FTA