नई दिल्ली – (प्रदीप कुमार की रिपोर्ट) – भारत और चीन के बीच सीमा विवाद खत्म नहीं हो रहा है बल्कि दिनों दिन दोनों देश अपनी तैयारियां पूरी कर रहे हैं। इसी क्रम में चीन के किसी भी नापाक मंसूबों का जवाब देने के लिए लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा LAC के करीब चीनी हेलीकॉप्टरों की गतिविधियों के जवाब में भारतीय सेना ने वहां महत्वपूर्ण ऊंचाई वाली जगह पर कंधे पर रखकर हवा में मार करने वाली एयर डिफेंस मिसाइलों से लैस जवानों को तैनात किया है।
ये मिसाइल रूस से ली गई हैं जिन्हें रूसी इग्ला एयर डिफेंस सिस्टम भी कहा जाता है। इस सिस्टम से लैस भारतीय सैनिकों को एलएसी पर चीन की किसी भी हरकत का जवाब देने के लिए तैनात किया गया है।
इन मिसाइलों से दुश्मन देश के उन हवाई जहाजों को गिराया जा सकता है जो हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करेंगे।
गत 15 जून को गलवान घाटी में चीन और भारत के सैनिकों के बीच खूनी संघर्ष हुआ था। इसमें भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। उसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। चीन ने LAC पर अपने सैनिकों, लड़ाकू विमानों एवं भारी हथियारों का जमावड़ा किया है। इसको देखते हुए भारत ने अपनी जवाबी तैयारी की है। LAC पर चीन की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए भारत ने भी तैनाती बढ़ाई है। भारतीय वायु सेना (IAF) ने पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चीनी हेलीकाप्टरों द्वारा संभावित हवाई क्षेत्र के उल्लंघन को विफल करने के लिए मई के पहले सप्ताह के आसपास अपने सुखोई-30MKI को तैनात किया था।
भारत झिंजियांग और तिब्बत क्षेत्र में PLAAF के होटन, गर गुनसा, काश्गर, होपिंग, डोंकाका डोंगॉन्ग, लिंझी और पंगत हवाई अड्डों पर कड़ी नजर रख रहा है।