(प्रदीप कुमार)Tribute To Indian Army Martyrs: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए पांच जवानों को उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, सेना के अधिकारियों और पुलिस ने आज श्रद्धांजलि अर्पित की।पांचों जवानों के पार्थिव शरीर राजौरी से जम्मू के आर्मी जनरल अस्पताल लाये गये, जहां पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया गया।उपराज्यपाल सिन्हा, लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी, मुख्य सचिव डॉ. ए.के. मेहता, पुलिस महानिदेशक आर.आर. स्वैन, मंडल आयुक्त रमेश कुमार और पुलिस महानिरीक्षक आनंद जैन समेत बड़ी संख्या में मौजूद सशस्त्र बलों के अधिकारियों, नागरिकों और पुलिस ने पूरे सैन्य सम्मान के साथ सेना के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
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राजौरी गोलाबारी में जान गंवाने वाले पांच सैनिकों को अंतिम श्रद्धांजलि देने के बाद मीडिया से बात करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने कहा, हमने मुठभेड़ में अपने पांच बहादुर सैनिकों को खो दिया, हमने दो खूंखार आतंकवादियों को भी मार गिराया।उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि सीमा पार से भारत में आए कुछ आतंकवादी पाकिस्तान के रिटार्यड सैनिक हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने अनुमान जताया कि 20-25 आतंकवादी अभी भी क्षेत्र में सक्रिय हो सकते हैं।लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने कहा कि मारे गए आतंकवादी बहुत अच्छी तरह से प्रशिक्षित थे, यही कारण है कि हमें उन्हें खत्म करने में कुछ समय लगा। हमारे जवान साहस के साथ लड़े। आतंकियों से मुकाबला करते हुए अपनी जान न्योछावर करने वाले ये जवान कर्नाटक के मंगलोर के निवासी कैप्टन एम वी प्रांजल 63 राष्ट्रीय राइफल्स, उत्तर प्रदेश के आगरा के निवासी कैप्टन शुभम गुप्ता 9 पैरा, जम्मू-कश्मीर के पुंछ के निवासी हवलदार अब्दुल माजिद, उत्तराखंड के नैनीताल के रहने वाले लांस नायक संजय बिष्ट और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के पैराट्रूपर सचिन लौर हैं ।बुधवार और गुरुवार को सुरक्षा बलों के साथ 36 घंटे तक चली मुठभेड़ में अफगानिस्तान में प्रशिक्षित लश्कर-ए-तैयबा एलईटी के एक शीर्ष कमांडर सहित दो आतंकवादी मारे गये।