( अवैस उस्मानी ) IRCTC घोटाला– रेलवे होटलों के टेंडर से जुड़े IRCTC घोटाले के मामले में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के वकील ने मामले में चार्ज फ्रेम करने पर अपनी बहस पूरी कर ली है। लालू के वकील ने कहा कि CBI के पास पॉलिसी बनाने में लालू प्रसाद के दखल को साबित करने के लिए कुछ नहीं हैं। लालू के वकील ने कहा CBI ने ऐसा कोई भी सबूत पेश नहीं किया है। जिसमें यह साबित हो कि लालू प्रसाद ने टेंडर दिलाने में किसी का पक्ष लिया हो या समर्थन किया हो। लालू प्रसाद यादव के वकील ने कहा CBI को हाई प्रोफाइल केस में सबूतों के साथ कोर्ट आना चाहिए, सिर्फ हवा हवाई बातों पर चार्ज फ्रेम करने की मांग नहीं कर सकती है। राउज़ एवेन्यु कोर्ट में IRCTC घोटाले मामले में अगली सुनवाई अब 7 अगस्त को होगी। अगली सुनवाई पर मामले में सह आरोपियों की तरफ से चार्ज फ्रेम करने पर बहस होगी।
लालू के वकील ने कोर्ट में रखी ये दलीलें
राउज़ एवेन्यु कोर्ट IRCTC घोटाले में CBI द्वारा दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान लेकर सुनवाई कर रहा है और इस मामले में चार्ज फ्रेम करने को लेकर बहस चल रही है। मामले की सुनवाई के दौरान लालू प्रसाद के वकील ने कहा तीन तरह के इंजन होते है बिजली, कोयला और डीजल वाला इंजन, डीज़ल का बहुत शोर करता है, CBI जिन पैसों की बात कर रही है, वह डीज़ल इंजन की तरह है जो सिर्फ शोर मचाने के लिए हैं। लालू प्रसाद के वकील ने कहा किसी भी बेहतरी के लिए आने वाली हर पॉलिसी करप्ट नहीं होती है। लालू प्रसाद के वकील ने कहा कि 2004 से पहले हमारी सरकार नहीं थी न लालू मंत्री थे, लालू ने MOU में कोई बदलाव हमने नहीं किया था। लालू प्रसाद के वकील ने कहा कि लालू प्रसाद से अपने पद का इस्तेमाल कहां पर किया इसके बारे में CBI ने कुछ नहीं पेश किया। लालू प्रसाद के वकील ने कहा स्क्रीनिंग कमेटी बनाई गई थी जिसके पास टेक्निकल और फाइनेंस के मुद्दे थे, इसके बाद पॉलीसी लाई गई। लालू प्रसाद के वकील ने कहा CBI को लालू के ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को यह साबित करना होगा।
Read Also: जापान के विदेश मंत्री ने बांधे Junior NTR की तारीफों के पुल
लालू के वकील ने मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि CBI कहती है किसी को नुकसान नहीं हुआ न तो IRCTC ना ही रेलवे को नुकसान हुआ। लालू प्रसाद के वकील ने कहा कि CBI का पूरा केस दस्तावेज़ों पर आधारित है CBI को षड्यंत्र के बारे में बताना होगा दस्तावेज़ दिखाना होगा कि षड्यंत्र कहां पर हुआ है? लालू प्रसाद के वकील ने कहा जिस प्रक्रिया को करने में 2 साल से ज़्यादा का समय लगा हो उसके बारे में CBI को साबित करना होगा कि षड्यंत्र कहां पर हुआ, जिन अधिकरियों के कार्यकाल में पूरा काम हुआ, उनमें से एक भी अधिकारी को आरोपी CBI ने नहीं बनाया है। लालू के वकील ने कहा कि लालू के मंत्री पद से हटने के बाद होटलों और शेयर का ट्रांसफर शुरू हुआ।
लालू प्रसाद यादव के वकील द्वारा चार्ज फ्रेम करने पर बहस पूरी करने के बाद CBI ने कहा कि 9 महीने में लालू प्रसाद यादव के वकील ने अपनी बहस पूरी की है। CBI ने कहा कि हर दस्तावेज का कोई मतलब नहीं निकाला जा सकता है, दस्तावेज़ों का मतलब कोर्ट, जांच एजेंसी और आरोपी अपंग अलग निकल सकते हैं। CBI ने कहा कि पॉलीसी को बदलने में लालू प्रसाद ने दखल दिया था लालू के कितना दखल था यह ट्रायल का विषय है, चार्ज फ्रेम करते समय का नहीं है। CBI ने कहा लालू के वकीलों का मिनी ट्रायल किया जा रहा है, कोर्ट को लार्जर कॉन्सपिरेसी के बारे में देखना है। दरअसल 2004 से 2009 के बीच लालू भारत के रेल मंत्री रहे उस समय रेलवे बोर्ड ने विभाग के सभी होटलों और ट्रेनों मे कैटरिंग सेवा आईआरसीटीसी को सौंप दिया था। इसी दौरान झारखंड के रांची और उड़ीसा के पुरी में स्थित होटलों के टेंडर में गड़बड़ी की बात सामने आई। सीबीआई इस मामले में लालू प्रसाद समेत अन्य लोगो के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया है।