Kerala: हर साल चार दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है। इस साल नौसेना दिवस की पूर्व संध्या पर केरल (Kerala) की राजधानी तिरुवनंतपुरम में शांगुमुखम समुद्र तट पर एक परिचालन प्रदर्शन किया गया। ये भारत की समुद्री ताकत की शानदार नुमाइश थी। कार्यक्रम में आईएनएस विक्रांत, एक पनडुब्बी, चार तेज रफ्तार नौकाएं और 32 विमान शामिल थे। लड़ाकू जेट, निगरानी विमान और हेलीकॉप्टर समेत उन्नीस प्रमुख युद्ध पोतों ने नौसेना की बहु-क्षेत्रीय युद्ध क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम में चार डोर्नियर विमानों के साथ हॉक्स, सी किंग और चेतक हेलीकॉप्टर और एमएच-60आर भी शामिल थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि उन्हें इस बात पर फख्र है कि भारत में उन्नत डिजाइन वाले नौसैनिक उपकरणों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जैसे ही आईएनएस विक्रांत पहुंचा, उसके डेक से एक मिग-29 विमान ने उड़ान भरी। लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उसका स्वागत किया। कार्यक्रम में अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित आईएनएस कोलकाता, आईएनएस इंफाल और आईएनएस उदयगिरि भी शामिल थे।
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राष्ट्रपति ने जोर दिया कि आत्मनिर्भरता से राष्ट्रीय सुरक्षा मजबूत होती है। उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना स्वदेशी तकनीकों का विकास जारी रखेगी और विकसित भारत का लक्ष्य पाने में भरपूर योगदान देगी। नौसेना रोजगार बढ़ाएगी और तकनीकी नवाचार को रफ्तार देगी। इस दौरान नौसेनाध्यक्ष एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान ऑपरेशन ट्राइडेंट में नौसेना की महत्वपूर्ण भूमिका का जिक्र किया। Kerala
इस दिन को नौसेना दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने जोर दिया कि नौसेना भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है। शाम ढलने के साथ नौसेना के नौवहन प्रशिक्षण जहाज – आईएनएस सुदर्शनी और आईएनएस तरंगिनी तिरंगे की रोशनी में जगमगा उठे। इससे नजारे में चार चांद लग गए। घंटे भर चले कार्यक्रम के समापन पर, 10 से ज्यादा जहाज समुद्री क्षितिज पर चमकती हुई आकृति में दिखे। कार्यक्रम का भव्य समापन राष्ट्र के लिए गौरवशाली पल का जोशीला अहसास था। Kerala
