कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्रीय बजट को निराशाजनक करार देते हुए कहा है कि यह बजट PM नरेंद्र मोदी का सिंहासन बचाने के लिए पेश किया गया है। बजट ने सिर्फ PM नरेंद्र मोदी के दो मित्रों को खुश किया है, जबकि 140 करोड़ भारतीयों की अनदेखी की गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में केंद्रीय बजट पेश किए जाने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए खरगे ने कहा कि बजट में मध्यम वर्ग, किसान, युवा, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य सभी वर्गों की अनदेखी की गई है। साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बजट PM के दो मित्रों को खुश करने के लिए बनाया गया है और जल्द ही यह सामने भी आ जाएगा। मोदी सरकार ने युवाओं के लिए कांग्रेस की योजना कॉपी-पेस्ट की और नाम बदल दिया।
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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह भी कहा कि पार्टी को उम्मीद थी कि बजट में न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानूनी गारंटी, उर्वरकों पर सब्सिडी और अन्य चीजों सहित किसानों के लंबे समय से लंबित मुद्दों का समाधान किया जाएगा। लेकिन बजट में इनमें से किसी भी चीज का उल्लेख नहीं किया गया है। केंद्रीय रेल मंत्री रह चुके खरगे ने कहा कि बजट में यात्रियों की सुरक्षा के मुद्दे पर कुछ नहीं कहा गया, न ही रेलवे में लंबित रिक्तियों को भरने का कोई जिक्र किया गया। और बाढ़ जैसी बार-बार होने वाली प्राकृतिक आपदाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इनसे निपटने के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, केरल और महाराष्ट्र में किस तरह से विनाशकारी बाढ़ आई। उन्होंने पूछा कि इसके लिए क्या विशेष कदम उठाए गए हैं।
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इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया कि BJP सरकार ने एससी, एसटी, पिछड़े और मध्यम वर्ग के लोगों से बदला लेने की कोशिश की है, क्योंकि उनमें से अधिकांश ने इस बार इंडिया गठबंधन को वोट दिया था। उन्होंने जाति जनगणना का भी जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने इसके लिए कोई धन आवंटित नहीं किया है। उन्होंने कहा कि पूरा देश महंगाई से जूझ रहा है, लेकिन बजट में महंगाई के खिलाफ कदम उठाने की बात नहीं की गई। उन्होंने यूपीए सरकार की मनरेगा, खाद्य सुरक्षा अधिनियम, हेल्थ मिशन, शिक्षा का अधिकार, मिड डे मील जैसी योजनाओं का जिक्र करते हुए भाजपा सरकार से पूछा कि उसने पिछले दस सालों में क्या किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में लोगों से सिर्फ झूठ बोला गया है। इसलिए बजट में नरेंद्र मोदी की चुनाव से पहले दी गई गारंटियां दिखाई नहीं दीं।