Kiren Rijiju: केंद्रीय संसदीय मंत्री किरेन रिजिजू ने आज ऐलान किया कि संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होगा और 12 अगस्त तक चलेगा। यह सत्र 17 कार्यकारी बैठकों के साथ होगा। रिजिजू ने कहा कि सरकार इस सत्र में सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर भी शामिल है। रिजिजू ने कहा, “हर सत्र हमारे लिए खास है, और हम नियमों के तहत सभी मुद्दों पर खुली चर्चा के लिए तैयार हैं।”
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ऑपरेशन सिंदूर, जिसे भारत ने 7 मई 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया था और इसके बाद हुआ सीजफायर अब राजनीतिक बहस का केंद्र बन गया है।विपक्ष, खासकर कांग्रेस और अन्य INDIA गठबंधन की पार्टियां, इस मुद्दे पर विशेष सत्र की मांग कर रही थीं। लेकिन सरकार ने इसे मानसून सत्र में ही चर्चा के लिए शामिल करने का फैसला किया है।कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ऑपरेशन सिंदूर के “राजनीतिकरण” और विदेश नीति की कथित नाकामियों को भी सत्र में उठाने की बात कही है।
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दूसरी ओर, सरकार ने साफ किया है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस सत्र में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा का नेतृत्व करेंगे। किरेन रिजिजू ने कहा कि कैबिनेट कमेटी ऑन पार्लियामेंट्री अफेयर्स, जिसकी अध्यक्षता राजनाथ सिंह करते हैं, ने सत्र की तारीखों को मंजूरी दी है।इसके अलावा, सत्र में इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व जज यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव भी लाया जा सकता है, जिसके लिए रिजिजू ने सभी दलों से सहमति बनाने की बात शुरू कर दी है।ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की “आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस” की नीति पर भी इस सत्र में चर्चा होने की उम्मीद है।वही विपक्ष ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के भारत-पाक मध्यस्थता के दावों पर भी सवाल उठाए हैं। ऐसे में यह सत्र काफी गहमागहमी भरा होने वाला है।