Light pollution News: भारत समेत दुनियाभर में प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है।बढ़ता प्रदूषण मानव जाति के सबसे बड़ा संकट बनकर उभरा। प्रदूषण के कारण हर साल लाखों लोग जान गवा देते है। हवा,पानी और ध्वनि के प्रदूषण के बाद अब नया खतरा बढ़ रहा है।रोशनी से उत्पन्न होने वाला पॉल्यूशन नया खतरा बनकर उभरा ।लाइट पॉल्यूशन ने दुनिया के सबसे बड़े टेलीस्कोप के लिए खतरा पैदा कर दिया है। अंतरिक्ष में नजर रखने वाले विशेषज्ञों ने इसके लिए अलर्ट जारी किया। टेलीस्कोप से ही आकाशीय घटनाओं को आसानी से देखा और समझा जा सकता है।
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लाइट पॉल्यूशन बना मुसीबत – प्रदूषण के कारण दुनियाभर में अनेक प्रकार की प्राकृतिक आपदा देखने को मिल रही है।हाल के कुछ सालों में प्राकृतिक आपदा आने का मुख्य कारण प्रकृति में आया एकाएक परिवर्तन था।लाइट पॉल्यूशन का मुख्य कारण धरती पर बढ़ती आर्टिफिशियल लाइट को माना गया है।आर्टिफिशियल लाइट के अत्यधिक बढ़ने से खगोलीय वैज्ञानिकों के लिए रात में आकाश में तारों और सौरमंडल की घटनाओं को देख पाना मुश्किल हो रहा है।बढ़ते पॉल्यूशन के कारण लार्ज टेलीस्कोप की क्षमता 30 फीसदी घट सकती है।इसको लेकर विशेषज्ञों ने चिंता जाहिर की।
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टेलीस्कोप पर दिखा नकारात्मक प्रभाव –आपको बता दें कि लाइट पॉल्यूशन के कारण ही टेलीस्कोप की क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहा है।टेलीस्कोप से ही खगोलशास्त्री सौरमंडल में होने वाली घटनाओं को देखकर अंतरिक्ष में होने वाले बदलाव का पता लगाते है और मौसम को लेकर भविष्यवाणी करते है। टेलीस्कोप के लिए मुश्किल और अधिक बढ़ने का मुख्य कारण है टेलीस्कोप का दक्षिण अमेरिका के चिली में स्थापित होना है।
चिली में स्थित है टेलीस्कोप – टेलीस्कोप चिली के अटाकामा रेगिस्तान में स्थित है। अगर ये समस्या ऐसी ही बढ़ती रही तब वैज्ञानिको को खगोलीय घटनाक्रम को पता लगाने के लिए ज्यादा निवेश करना होगा. अंतरिक्ष की जानकारी जुटाना वैज्ञानिकों के लिए और महंगा हो जाएगा।