Loksabha Election : 2024 के लोकसभा चुनाव से छत्तीसगढ़ के सरगुजा में लोगों को काफी उम्मीदें हैं। वे चाहते हैं कि राजनैतिक पार्टियां अपने चुनाव प्रचार में उनकी मांगों पर ध्यान दें।बलरामपुर के लिए रेलवे कनेक्टिविटी, शैक्षिक और स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे में सुधार, रोजगार के ज्यादा मौके और महिला सुरक्षा समेत कई ऐसे मुद्दें हैं जिनकी यहां के लोग काफी समय से मांग कर रहे हैं। वे अभी भी नेताओं की तरफ से पिछले चुनावों के दौरान किए गए वादों का पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं।
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छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में सात ब्लॉक हैं, जिसका जिला मुख्यालय अंबिकापुर में है।यहां के लोगों की शिकायत है कि उनके इलाके में अच्छे कॉलेजों का अभाव और अस्पतालों में डॉक्टरों की भी कमी है।बेरोजगारी भी यहां के लोगों की बड़ी चिंता है। कइयों का कहना है कि बड़ी संख्या में युवाओं के पास नौकरी नहीं है।कई लोग ऐसे भी हैं जो केंद्र सरकार की तरफ से किए गए विकास कार्यों से संतुष्ट हैं।18वीं लोकसभा के सदस्यों को चुनने के लिए आम चुनाव अप्रैल और मई के महीने में होने की उम्मीद है।
कैलाश द्विवेदी, निवासी: पहली मांग ये है कि रेलवे लाइन अंबिकापुर से बरवाडीह जुड़ जानी चाहिए क्योंकि आजादी से पहले अंग्रेजी शासन के समय से ही अधूरा बनाया हुआ था जिसको आजादी के बाद भी केंद्र सरकार के द्वारा उपेक्षा की वजह से आज तक नहीं बन पाया।”
निवासी: जल सरंक्षण के क्षेत्र में और वन संरक्षण के क्षेत्र में भी इस सरकार के द्वारा बहुआयामी कदम उठाए गए है और निरंतर जन जागरूकता फैलाकर लोगों को स्वच्छता के प्रति सजग रहने के लिए, जल सरंक्षण करने के लिए, वन संरक्षण करने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है और इस विषय पर भी क्षेत्र की जनता मोदी जी के साथ है।”सबसे पहला अपेक्षा जो है रेलवे को लेकर है, काभी दिनों से रुका हुआ है। आजादी के पहले से रेलवे का सारा सिस्टम लगा हुआ है, लेकिन चालू नहीं हो पाया है।”
निवासी: यहां पर नगर में अच्छा कॉलेज, शिक्षा व्यवस्था नहीं है, तो उसका दिया जाए, पहली प्राथमिकता तो ये है और दूसरा ये कि हमारे यहां मेडिकल विभाग में जो अस्पताल हैं, तो वो वहां पर अच्छे डॉक्टर्स नहीं है। अगर हम जाते भी हैं तो हमारा छोटा जगह है, ये कहकर चले जाते हैं। डॉक्टर्स और जो भी मशीन हैं सीटी स्कैन के लिए, जिसके हम बाहर जाते हैं, वो सारा यहां पर उपलब्ध कराया जाए।”
निवासी: मैं चाहती हूं कि बाहर आज़ादी से घूमने में डर न लगे। मैं हर महिला के लिए सुरक्षा चाहती हूं ताकि हमें अब इसके बारे में चिंता करने की ज़रूरत न हो।मैं रोजगार के बारे में बात करना चाहूंगी। मैं बलरामपुर की छात्रा हूं। वहां महिला शिक्षा पर कम ध्यान दिया जाता है और परिवहन सुविधा भी अच्छी नहीं है। इसलिए मैं उस पर ज्यादा ध्यान देना चाहती हूं।”
(SOURCE PTI)